पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था, जिसमें भारतीय सेना ने एयरस्ट्राइक के जरिए आतंकियों के नौ शिविरों को ध्वस्त कर दिया है. इसके बाद बौखलाई पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 10 नागरिकों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए. साथ ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है. आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब भारत ने पाकिस्तान को उसके घर में ही खदेड़ हो. आइए जानते हैं कि आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने कब-कब प्रभावी कार्रवाई की है.
वहीं, उरी (2016), पुलवामा (2019) और पहलगाम (2025) में हुए आतंकवादी हमलों के बाद भारत ने आतंकी सरगनाओं को ठोस और निर्णायक जवाब दिया है. इन तीनों घटनाओं के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई ने न केवल आतंकियों को करारा जवाब दिया, बल्कि वैश्विक समुदाय को भी भारत की सैन्य शक्ति और दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया है.
दरअसल, 22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में सैलानियों को निशाना बनाते हुए हमला किया था. जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई. जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. हमले बाद भारत सरकार ने आतंकियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी.
पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिनों बाद 6-7 मई की दरमियानी रात को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए 9 शिविरों को ध्वस्त कर दिया.
ये आतंकी ठिकाने ध्वस्त
सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में करीब 80–90 आतंकवादी मारे गए हैं. पाकिस्तान ने इन हमलों को लेकर नागरिक हताहत होने का दावा किया.
भारतीय सेना की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, 'मासूम पर्यटकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया. पाकिस्तान में पिछले तीन दशकों से टेटर इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा था जो पाकिस्तान और PoK दोनों में फैले हैं.'
कर्नल सोफिया ने कहा, '9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया और ध्वस्त किया गया. पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान ने व्यवस्थित तरीके से आतंकी ढांचे का निर्माण किया, जो आतंकी कैंपों और लॉन्चपैड्स के लिए पनाहगाह रहा है. उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावलपुर में स्थित मशहूर प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया.'
वहीं, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ब्रीफिंग देते हुए कहा कि पुख्ता इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया था. पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद मे लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला किया गया. आतंकियों ने यहीं से प्रशिक्षण लिया था. आतंकियों की रीढ़ तोड़ने की कार्रवाई की गई. बरनाला कैंप भी ध्वस्त किया गया. सियालकोट में महमूना कैंप को भी नष्ट किया गया.
उरी हमला और सर्जिकल स्ट्राइक
18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी स्थित सैन्य बेस पर चार आतंकवादियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे.
इस हमले के 11 दिन बाद 28-29 सितंबर की रात को भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था. इस कार्रवाई में 50 से अधिक आतंकवादी मारे गए. हालांकि, पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को सीमा पार गोलीबारी कहकर नकार दिया था.
पुलवामा हमला और ऑपरेशन बंदर
14 फरवरी 2019 को पुलवामा में एक आत्मघाती हमलावर ने CRPF के काफिले पर हमला किया, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए. पुलवामा हमले के 12 दिन बाद 26 फरवरी को इंडियन एयरफोर्स ने ऑपरेशन बंदर के तहत पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की. अनुमान है कि इस ऑपरेशन में 250-300 आतंकवादी मारे गए थे. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने 27 फरवरी को हवाई हमला किया. जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्तान विमान को खदेड़ दिया. इस दौरान उनका विमान क्रैश हो गया और उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया, जिन्हें बाद में रिहा कर दिया गया.
इन तीनों हमलों के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई ने ये स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद को लेकर भारत की नीति में कोई नरमी नहीं है. चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक या फिर बहुआयामी मिसाइल ऑपरेशन, भारत आतंक के हर ठिकाने को निशाना बनाने और अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कोशिश करता रहेगा.
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