मुंबई पुलिस ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को नवी मुंबई इलाके से भगवंत सिंह को गिरफ्तार किया है. पुलिस अब तक इस हत्याकांड में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस का कहना है कि भगवंत सिंह एक आरोपी के साथ हथियार लेकर उदयपुर से मुंबई गया था. वह शुरू से ही अन्य शूटर्स और साजिशकर्ताओं के संपर्क में था.
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की 15 टीमें अलग-अलग एंगल पर जांच कर रही है. पुलिस ने शनिवार को इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने डोंबिवली से नितिन सप्रे,पनवेल से रामफुल चंद कनौजिया, संभाजी किशोर पारधी, प्रदीप दत्तू थोम्ब्रे और चेतन पारधी को अंबरनाथ से गिरफ्तार किया है.
पुलिस का कहना है कि नितिन सप्रे मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोनकर के संपर्क में था. बहराइच के शूटर शिवकुमार और धर्मराज कुर्ला में किराए के घर में शिफ्ट होने से पहले कर्जत में एक रूम में रुके थे.
पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी नितिन सप्रे और राम कनौजिया हैं. आरोपियों ने शूटर्स को तीन हथियार मुहैया कराए थे, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है. सितंबर के बीच में कर्जत में दो शूटर एक दिन के लिए दोनों मुख्य आरोपियों के साथ रुके भी थे, इस दौरान आरोपियों ने शूटर्स उन्होंने कुछ पैसे भी मुहैया कराए थे. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों ने हथियार चलाने का प्रैक्टिस कहां की थी.
पीटीआई के मुताबिक मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि विशेष सूचना के आधार पर पड़ोसी रायगढ़ जिले के पनवेल और कर्जत में अपराध शाखा द्वारा छापे मारे गए, जिसके बाद इन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के भी संपर्क में थे.
'ये लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई'
वहीं, NCP नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे और बांद्रा ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से विधायक जीशान सिद्दीकी लगातार सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अब उनका कहना है कि उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया. लेकिन वे भूल जाते हैं, वह एक शेर था. यह लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुई है.
जीशान सिद्दीकी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, उन्होंने मेरे पिता को चुप करा दिया. लेकिन वे भूल जाते हैं-वह एक शेर था और मैं उसकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उसकी लड़ाई को अपनी रगों में रखता हूं.
उन्होंने कहा कि वह न्याय के लिए खड़े रहे, बदलाव के लिए लड़े और अटूट साहस के साथ तूफानों का सामना किया. अब जो लोग उसे नीचे लाए थे, वे यह मानकर मुझ पर नजरें गड़ाए हुए हैं कि वे जीत गए हैं. मैं उनसे कहता हूं: मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है. मैं अभी-भी यहां हूं, निडर और अटूट. उन्होंने एक ले लिया, पर मैं उसके स्थान पर खड़ा हो गया. यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. आज मैं वहीं खड़ा हूं, जहां वह खड़े थे.
इससे पहले उन्होंने एक्स पर एक शेर लिखते हुए कहा कि 'बुज़दिल डराया करते है अक्सर दिलेर को, धोखे से मार देते हैं गीदड़ भी शेर को...'.
आपको बता दें कि 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित निर्मल नगर में उनके बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के पार बाबा सिद्दीकी को गोली मार दी थी. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. इसके बाद बाबा सिद्दीकी को लीलावती अस्पताल में ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
दीपेश त्रिपाठी