भाई-बहन की रहस्यमय परिस्थिति में मौत, हत्या के आरोप में मां गिरफ्तार… वजह प्रेमी के साथ था भागना 

पुलिस ने बताया कि 31 मार्च को 5 साल और 3 साल की उम्र के भाई-बहनों को उनके पिता घर पर बेहोश पाया था. पिता दोनों बच्चों को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग सिविल अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने बच्चों को वहां लाए जाने से पहले ही मृत होना घोषित कर दिया. पुलिस को यह घटना संदिग्ध लगी थी.

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प्रतीकात्मक तस्वीर. प्रतीकात्मक तस्वीर.

दिव्येश सिंह

  • रायगढ़ ,
  • 09 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 11:32 PM IST

महाराष्ट्र के रायगढ़ में 5 और 3 साल के बच्चों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मासूम भाई-बहनों की मौत की जब पुलिस ने जांच करनी शुरू की, तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई. पता चला कि बच्चों की हत्या उनकी ही मां ने की थी. दरअसल, वह प्रेमी के साथ भाग जाना चाहती थी. मगर, उसके बच्चे इसमें बाधा बन रहे थे. 

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लिहाजा, 25 साल की महिला ने दोनों बच्चों की हत्या कर दी थी. पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि महिला शादी से पहले भी प्रेमी के साथ रिलेशन में थी. इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि 31 मार्च को 5 और 3 साल की उम्र के दो भाई-बहनों को उनके पिता सदानंद पोले ने घर पर बेहोश पाया था. 

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पिता दोनों बच्चों को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग सिविल अस्पताल ले जाया गया. जांच करने पर डॉक्टरों ने बच्चों को वहां लाए जाने से पहले ही मृत होना घोषित कर दिया. इसके बाद अस्पताल से मिली सूचना पर मांडवा पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक सोमनाथ लांडे अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से बात करने के बाद मामले में गड़बड़ी का संदेह हुआ. 

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पुलिस को हुआ था संदेह 

उन्होंने रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घरगे को घटना की सूचना दी. इसके बाद सोमनाथ ने स्थानीय अपराध शाखा पीआई बालासाहेब खाड़े को मामले में जांच शुरू करने के लिए कहा. पुलिस ने जब मृतक बच्चों के पिता का बयान दर्ज किया, तो उन्होंने कहा कि 31 मार्च को शाम 4:30 बजे वह पास के गांव के साप्ताहिक बाजार में गए थे और अपनी पांच साल की बेटी और 3 साल के बेटे के लिए मिठाई और सैंडल लेकर लौटे थे. 

घर पर मां शीतल आंगन में बैठ काम कर रही थी. जब पिता ने बच्चों के बारे में उससे पूछा, तो शीतल ने बताया कि बच्चे शाम 6 बजे से घर के अंदर सो रहे थे. पुलिस ने कहा कि पति के घर से जाने के बाद कोई भी घर के अंदर नहीं आया और न ही बच्चे बाहर गए. फिर दोनों बच्चों की मौत कैसे हुई? इससे संदेह पैदा हुआ, तो हमने शवों को पोस्टमार्टम के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया. 

पूछताछ में टूट गई मां 

कई दिनों तक सदानंद और शीतल दोनों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी गड़बड़ी का कोई संकेत नहीं मिला. फिर पुलिस अधिकारियों ने सदानंद और शीतल से उनकी शादीशुदा जिंदगी के बारे में निजी जानकारी और अन्य जानकारियां मांगनी शुरू कर दीं. शीतल के कॉल विवरण रिकॉर्ड की जांच करते समय पुलिस को यवतमाल के रहने वाले साईनाथ जाधव की जानकारी मिली, जिसे मैसेज और कॉल किए गए थे. 

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पुलिस की दो टीमें यवतमाल और हिंगोली के लिए रवाना हो गईं. शीतल के माता-पिता और साईनाथ जाधव को आगे की जांच और पूछताछ के लिए मांडवा लाया गया. इस बीच महिला पुलिस अधिकारियों ने शीतल से बार-बार पूछताछ की, तो वह टूट गई और उसने हत्या की बात कबूल कर ली. 

तौलिए से दबाया था मुंह 

शीतल ने बताया कि उसने बच्चों के मुंह और नाक को तौलिए से दबा दिया था, जिससे उनका दम घुट गया और उनकी मौत हो गई. शीतल ने बताया कि वह सदानंद से शादी से पहले से ही साईनाथ के साथ रिलेशन में थी और शादी के बाद भी वह जाधव के संपर्क में थी.उसने कबूल किया कि उसे लगा कि साईनाथ के साथ भागने और जिंदगी बिताने की उसकी इच्छा में बच्चे बाधा बन रहे हैं.

लिहाजा, शीतल ने बच्चों से छुटकारा पाने का फैसला किया. उधर, मुंबई के जेजे अस्पताल से मिली पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी बच्चों की गला घोंटकर हत्या करने की पुष्टि हो गई. पुलिस ने शीतल को गिरफ्तार कर अलीबाग अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. 

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