महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर सभी पार्टियां और नेता तैयारियों में जुट गए हैं. इस कड़ी में राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी महिलाओं, युवाओं, किसानों और अल्पसंख्यकों को लाभ पहुंचाने वाली कई योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए आउटरीच कैंपेन 'जन सम्मान यात्रा' की घोषणा की है. इस बीच आजतक ने उनसे खास बातचीत की और कई मामलों पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि नसीब में हुआ तो सीएम भी बनूंगा.
इस दौरान अजित पवार ने कहा कि इतने साल से मैं राजनीती में हूं, इसके पहले जिस पोस्ट पर मैं हूं उस पोस्ट पर मैं पहले नहीं था. तब उसकी जिम्मेदारी खुद साहब के ऊपर थी. अब वो जिम्मेदारी मेरे ऊपर है. मेरे साथ सब आए हुए हैं. मेरे काम करने का मतलब केवल विकास और गरीब जनता है की मदद करने का है. यही इश्यू लेकर मैं विधानसभा चुनाव में लोगों के बीच जा रहा हूं. जन सम्मान यात्रा शुरू करने के पीछे यही कारण है. कुछ समय पहले मैंने बजट पेश किया. मुझे बजट पेश करने का 10 साल का अनुभव है. इसलिए बजट पेश करते वक्त मैं रूरल और अर्बन का ध्यान रखता हूं. इसलिए मुझे ढाई लाख के नीचे जिनकी सालाना इनकम है, उनकी मदद करनी है. इसलिए लाडली बहन योजना हम लेकर आए.
लाडली बहन योजना चुनावी घोषणा है? इस सवाल के जवाब में अजित पवार ने कहा कि हमेशा कोई भी सरकार देश में काम करते वक्त कौन सी योजना लाने पर लोगों को सपोर्ट मिलता है, इसका ध्यान रखती है. जैसे EGS (Employement gurantee scheme) पहले महाराष्ट्र में थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने उस स्कीम को उठाया. जिसे अब मनरेगा कहा जाता है. पहले संत गाडगे बाबा ग्राम स्वछता अभियान हम लेकर आए. उस वक्त आर.आर पाटिल और हम सब साथ साथ काम कर रहे थे, तब ये योजना लाई गई. उसके बाद स्वच्छ भारत अभियान आया. संत गाडगे बाबा ग्राम स्वछता अभियान काफी पॉपुलर हुई. कुछ गांव इतने अच्छे बन गए कि पूछो मत. लोगों की उसमें भागीदारी थी. मेरे मन में काफी दिनों से था कि बिजली को लेकर लोगों को माफ़ी देनी चाहिए. एक दफा यह भी प्रयोग किया, लेकिन 6 महीने बाद वो वापस ले ली गई. इसके बाद हम दोबारा ये स्कीम लेकर आए.
उन्होंने कहा कि मैं आज जन सम्मान यात्रा के लिए निकला हूं. मैंने किसानों के लिए, युवाओं के लिए, बहनों के लिए जो योजनाए चालू की हैं, उसे मैं जारी रख सकूं, यह बात मैंने लोगों से कही हैं. मैंने बहुत साल फाइनेंस डिपार्टमेंट देखा है, इसलिए मैं जानता हूं कैसे रिसोर्सेस बनाने हैं.
सीएम शिंदे कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना वो लेकर आए हैं और आप कह रहे हैं कि योजना आप लेकर आए हैं? इसके जवाब में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने कहा कि ये योजना हमारी महायुति की सरकार लेकर आई है. बजट मैंने पेश किया. डिसीजन कैबिनेट लेती है. सबने मिलकर यह योजना तैयार की. सबकी राय ली गई. इसके बाद योजना लेकर आए हैं.
साहिल जोशी