मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नए ओएसडी पर मंगलवार दिन भर भोपाल से लेकर दिल्ली तक गहमागहमी रही. दिन भर मचे घमासान के बीच आखिरकार खुद नए ओएसडी को ट्वीट कर जानकारी देनी पड़ी कि वो मुख्यमंत्री के ओएसडी का पद स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
मंगलवार दिन भरे मचे बवाल के बाद तुषार पांचाल ने ट्वीट कर बताया, 'मैंने तय किया कि शिवराज सिंह चौहान जी की तरफ से जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है मैं उसे स्वीकार नहीं कर रहा हूं और मैंने अपनी बात मुख्यमंत्री जी को बता दी है'
दरअसल, तुषार पांचाल जो लंबे समय से शिवराज सिंह चौहान के सोशल मीडिया अकाउंट की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, उन्हें सोमवार को मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाया गया लेकिन विपक्षी दलों से ज्यादा भाजपा और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने शिवराज के नए ओएसडी पर सवाल खड़े कर दिए.
इसकी शुरुआत की दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता और विधानसभा चुनाव में तिलक नगर से प्रत्याशी रहे तेजिंदर सिंह बग्गा ने. बग्गा ने ट्वीट करते हुए तुषार के कुछ पुराने ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए और लिखा 'शिवराज जी, क्या आपको ऐसे लोगों की ज़रूरत हैं?'
यही नहीं, कई सोशल मीडिया यूज़र्स जो सोशल मीडिया पर बीजेपी का समर्थन करते हैं, उन्होंने भी तुषार पांचाल के पुराने ट्वीट्स के आधार पर सरकार के फैसले पर निशाना साधा. शैफाली वैद्य और अशोक पंडित ने भी सवाल खड़े किए.
इधर, कांग्रेस को भी बैठे बिठाए मौका मिल गया था, लिहाजा उसने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर शिवराज सिंह चौहान के नए ओएसडी के बहाने शिवराज-मोदी पर निशाना साधा और ट्वीट करते हुए लिखा 'शिवराज ने छेड़ी मोदी के खिलाफ जंग.
गृहमंत्री ने कहा 'सीएम से करूंगा बात'
इस मामले में जब मध्य प्रदेश के गृहमंत्री और प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'ट्वीट तो वॉट्सऐप पर पढ़- पढ़कर बनाते हैं. मोदी जी पर जो ट्वीट कर रहे हैं उन पर एक शायरी याद आती है. कोहनी पर टिके लोग, खूंटी पर टंगे लोग बरगद की बात करते हैं, गमले में लगे लोग. कहां मोदी जी और कहां ये ट्वीट करने वाले लोग. मेरे ध्यान में आप लोगों के द्वारा यह विषय लाया गया है लेकिन आपको कोई प्रतिक्रिया देने से पहले मुख्यमंत्री जी से बात करूंगा'
कौन हैं तुषार पांचाल?
बता दें कि मूल रूप से मुंबई के रहने वाले तुषार पांचाल लंबे समय से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सोशल मीडिया अकाउंट संभाल रहे हैं. सोमवार 7 जून को ही उन्हें संविदा के आधार पर मुख्यमंत्री का ओएसडी नियुक्त किया गया था. तुषार को पॉलिटिकल कंसल्टेंसी और कम्युनिकेशन में महारथ है और यही वजह है कि वो अब तक कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं.
रवीश पाल सिंह