झारखंड: 3 महीने में बिजली गिरने, डूबने और सांप के काटने से हुईं 431 मौतें, प्राकृतिक आपदाओं ने जमकर मचाई तबाही

झारखंड में मई से जुलाई तक अलग-अलग प्राकृतिक आपदाओं में 431 लोगों की जान गई. इनमें सबसे ज्यादा मौतें आकाशीय बिजली गिरने और डूबने की वजह से हुईं. राज्य में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है. प्रशासन के अनुसार बारिश से जनहानि के साथ-साथ संपत्ति और फसलों का भी नुकसान हुआ है.

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 प्राकृतिक आपदाओं में 431 लोगों की जान ली (Photo: Representational) प्राकृतिक आपदाओं में 431 लोगों की जान ली (Photo: Representational)

aajtak.in

  • रांची ,
  • 07 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 6:50 PM IST

झारखंड में बीते तीन महीनों में प्राकृतिक आपदाओं ने बड़ी तबाही मचाई है. राज्य सरकार के अनुसार 1 मई से 31 जुलाई के बीच कुल 431 लोगों की जान गई है. 

आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि इन मौतों में सबसे ज्यादा 180 लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मारे गए. वहीं 161 लोगों की मौत डूबने की वजह से हुई.

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प्राकृतिक आपदाओं ने मचाई बड़ी तबाही

इसके अलावा सांप के काटने से 80 लोगों की जान गई. भारी बारिश के कारण 9 लोगों की मौत हुई जबकि बाढ़ की वजह से एक व्यक्ति की जान गई. गौरतलब है कि झारखंड में 17 जून से लगातार भारी बारिश हो रही है. इसके कारण कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है.

बारिश ने जीवन और आजीविका पर असर डाला

बारिश ने फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और खराब मौसम में सुरक्षित स्थान पर रहने की अपील की है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस बार बारिश ने न सिर्फ जीवन बल्कि आजीविका पर भी असर डाला है.
 

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