महबूबा मुफ्ती ने 8 नेताओं को PDP से किया बाहर, 15 राजनयिकों से की थी मुलाकात

पार्टी की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पार्टी की अनुशासन समिति ने इन सभी नेताओं को पार्टी की मूल सदस्यता से निष्कासित करने की सिफारिश की है. निकाले गए सभी नेता मंगलवार को उपराज्यपाल जी सी मुर्मू से मिले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे.

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पीडीपी ने अपने 8 नेताओं को किया पार्टी से बाहर (फाइल फोटो: PTI) पीडीपी ने अपने 8 नेताओं को किया पार्टी से बाहर (फाइल फोटो: PTI)

aajtak.in

  • श्रीनगर,
  • 09 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 7:52 PM IST

  • पीडीपी ने जम्मू कश्मीर के अपने 8 नेताओं को पार्टी से किया निष्काषित
  • निष्काषित नेताओं ने श्रीनगर पहुंचे 15 राजनयिकों से की थी मुलाकात

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने गुरुवार को अपने 8 नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है. बताया जा रहा है कि पीडीपी ने इन नेताओं को 'लोगों की इच्छा के खिलाफ' जाने की वजह से पार्टी से निष्काषिक किया गया है. पीडीपी ने इस निष्कासन से जुड़ी प्रेस रिलीज अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की है.

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सभी आठ नेता हैं पूर्व विधायक

बता दें कि जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने लोगों की इच्छा के खिलाफ जाने के लिए दिलावर मीर, रफी अहमद मीर, जफर इकबाल, अब्दुल मजीद पादरू,  राजा मंजूर खान, जावेद हुसैन बेग, कमर हुसैन और अब्दुल रहीम राथर को निष्कासित कर दिया है. बाहर किए गए सभी आठों नेता पूर्व विधायक हैं.

नेताओं ने आज 15 देशों के राजनयिकों से की थी मुलाकात

पार्टी की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि पार्टी की अनुशासन समिति ने इन सभी नेताओं को पार्टी की मूल सदस्यता से निष्कासित करने की सिफारिश की है. निकाले गए सभी नेता मंगलवार को उपराज्यपाल जी सी मुर्मू से मिले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे. इसके अलावा निकाले गए सभी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद मौजूदा स्थिति का मुआयना करने श्रीनगर पहुंचे 15 देशों के राजनयिकों से भी मुलाकात की थी.

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मंगलवार को उपराज्यपाल से की थी मुलाकात

मंगलवार को पूर्व विधायकों और राजनेताओं के एक समूह ने उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू से मुलाकात की थी. इस मुलाकात की दिलचस्प बात थी कि नेताओं ने नौकरियों में स्थानीय लोगों को आरक्षण और राज्य की बहाली के मुद्दों को उठाया, लेकिन अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण पर कोई बात नहीं की थी. इन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों की सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक आकांक्षाओं के संबंध में उपराज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा था.

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