जम्मू कश्मीर में आतंकी अब आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं. जम्मू कश्मीर पीपुल्स फोरम ने शुक्रवार को जम्मू में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया. पाकिस्तान के खिलाफ आयोजित प्रदर्शन में बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल हुए. लोगों ने बढ़ती आतंकी घटनाओं, आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने पर रोष व्यक्त किया.
शुक्रवार को आतंकी हमले में मारी गई एक शिक्षिका की अंतिम यात्रा निकली. इस अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने भी पाकिस्तान और आतंकी संगठन टीआरएफ के खिलाफ जमकर नारे लगाए.आतंकियों ने एक दिन पहले ही श्रीनगर के एक स्कूल पर हमला बोलकर शिक्षिका सुपिंदर कौर की हत्या कर दी थी.
सुपिंदर कौर के साथ ही स्कूल के एक शिक्षक की भी आतंकी हमले में मौत हो गई थी. सुपिंदर कौर का अंतिम संस्कार परिवार के लोगों ने शुक्रवार को कर दिया. सुपिंदर कौर की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग शामिल हुए. सुपिंदर कौर की अंतिम यात्रा में शामिल हुए सिख समुदाय के लोगों ने टीआरएफ और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
पूरी रोड सुपिंदर कौर की अंतिम यात्रा में शामिल हो रहे लोगों से पटी थी. क्या बुजुर्ग, क्या नौजवान और क्या बच्चे, सुपिंदर की अंतिम यात्रा में हर कोई शामिल था. इस घटना को लेकर सिख समुदाय के लोगों का आक्रोश भी नारों में झलक रहा था. वहीं, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सुपिंदर के घर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया.
महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में खराब होते जा रहे हालात के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार को जिम्मेदार बताया. गौरतलब है कि आतंकियों ने 7 अक्टूबर को करीब 11 बजे ईदगाह के संगम इलाके में बने गवर्नमेंट ब्वॉयज स्कूल में गोलीबारी की थी. आतंकियों की ओर से की गई गोलीबारी में स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और एक शिक्षक दीपक चंद की जान चली गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ली थी.
गोलगप्पा विक्रेता का अंतिम संस्कार
श्रीनगर में गोलगप्पा विक्रेता विरेंद्र पासवान की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. विरेंद्र पासवान के परिजनों ने भी श्रीनगर में ही अंतिम संस्कार कर दिया. विरेंद्र पासवान बिहार के भागलपुर के निवासी थे. परिजन शव को श्रीनगर से भागलपुर ले जाने में सक्षम नहीं थे. विरेंद्र के परिजनों ने श्रीनगर में ही पूरे विधि-विधान के साथ अंत्येष्टि कर दी.
(समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)
सुनील जी भट्ट / अशरफ वानी