जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के चुनाव जीतने के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है. कांग्रेस विधायक दल शाम 4 बजे श्रीनगर में बैठक करेगा और सरकार गठन के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर करेगा, जिसके बाद कांग्रेस नेतृत्व एनसी के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेगा और उन्हें साइन किया हुआ समर्थन पत्र सौंपेगा.
सत्ता बंटवारे और विभागों पर हो सकती है चर्चा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. कांग्रेस नेतृत्व और एनसी के अधिकारियों के बीच आज सत्ता बंटवारे पर चर्चा हो सकती है. साथ ही विभागों की भी उम्मीद है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस दो मंत्री पद और डिप्टी स्पीकर के पद की अपनी मांग से पीछे नहीं हट रही है.
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस केवल 1 कैबिनेट मंत्री पद की पेशकश करने के लिए तैयार है. हालांकि दोनों पार्टियों के नेताओं को उम्मीद है कि असहमति के इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा और बहुत जल्द वे उपराज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
NC ने उमर अब्दुल्ला को चुना अपना नेता
नेशनल कांफ्रेंस ने उमर अब्दुल्ला को अपना नेता चुल लिया है. कांग्रेस की तरफ से गुलाम अहमद मीर और तारिक हमीद कर्रा सरकार में मंत्री बनने के शीर्ष दावेदार हैं. सूत्रों के मुताबिक नेशनल कांफ्रेंस कैबिनेट में मंत्रियों के रूप में 2 विधायकों को समायोजित करके जम्मू को प्रतिनिधित्व देने की योजना बना रही है. अहम बात यह है कि केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण जम्मू-कश्मीर में सीएम सहित मंत्रिपरिषद 10 से ज्यादा नहीं हो सकते.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन ने 49 सीटें हासिल कीं. कांग्रेस 6 और एनसी 42 सीटों पर जीतने में कामयाब हुई. इस गठबंधन में शामिल सीपीआई-एम ने एक सीट अपने नाम की.
वहीं बीजेपी के खाते में 29 सीटें आईं. पीडीपी को तीन सीटें मिलीं और एक-एक सीट आम आदमी पार्टी और जम्मू-कश्मीर पीपल कॉन्फ्रेंस (JPC) ने हासिल की. वहीं सात सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे.
मीर फरीद