बच्चों में चीनी के सेवन की मात्रा 5% तक होनी चाहिए, लेकिन एक सर्वे के अनुसार यह 13 से 15% तक पाई जा रही है. इस चिंताजनक स्थिति के बाद गुजरात सरकार और सीबीएसई ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके तहत हर स्कूल में बच्चों की जागरूकता के लिए 'शुगर बोर्ड' लगाने का फैसला किया गया है.