अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल में एक ब्रेन डेड युवक के 7 अंगों का गुप्तदान कर चार लोगों को नया जीवन दिया. यह युवक एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था और इलाज के दौरान ब्रेन हेमरेज से उसकी हालत बिगड़ती चली गई.
28 सितंबर को डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. इसके बाद डॉक्टरों ने युवक के परिवार को अंगदान की जानकारी दी, जिसे परिवार ने सहर्ष स्वीकार किया. लेकिन उन्होंने युवक की पहचान गुप्त रखने की इच्छा जताई.
ब्रेन डेड युवक के 7 अंगों का गुप्तदान किया
युवक के अंगों में लीवर, दो किडनी, दो फेफड़े और दोनों आंखें शामिल थीं, जिन्हें तुरंत ट्रांसप्लांट किया गया. सिविल मेडिसिटी की किडनी हॉस्पिटल में दोनों किडनी और लीवर को जरूरतमंद मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया. जबकि फेफड़ों को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से केडी हॉस्पिटल भेजा गया. वहां एक मरीज में फेफड़ों का ट्रांसप्लांट किया गया. इसके अलावा, युवक की आंखें सिविल मेडिसिटी के एम एंड जे आई हॉस्पिटल भेजी गईं, जिससे दो लोगों की दृष्टि लौटाई जा सकेगी.
अंगों के गुप्तदान की वजह से चार लोगों को नया जीवन मिला
सिविल हॉस्पिटल के सुप्रिंटेंडेंट डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि यह अस्पताल का 167वां गुप्त अंगदान है. अब तक इस हॉस्पिटल में कुल 541 अंगों का दान हुआ है, जिससे 524 लोगों को नया जीवन मिला है. उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 300 किडनी, 145 लीवर, 51 हृदय, 28 फेफड़े, 9 स्वादुपिंड, 2 छोटी आंत, 5 स्किन और 114 आंखों का दान हो चुका है. इस गुप्तदान के जरिए चार लोगों को नया जीवन और दो लोगों को आंखों की रोशनी मिल सकी है.
अतुल तिवारी