पहले ताजमहल के बाद अब कुतुबमीनार, देश की दो बड़ी पुरातात्विक धरोहरों पर विवाद है. जड़ में हिंदू-मुसलमान है. अगर आप कुतुब मीनार गए हैं तो आपने वहां हिंदू-देवी देवताओं की मूर्तियों को देखा भी होगा, क्योंकि वो सार्वजनिक हैं, उनपर कोई पर्दा नहीं है. अब इसी को आधार मानकर हिंदू पक्ष वहां पूजा पाठ का हक मान रहा है. दिल्ली में कुतुबमीनार में पूजा की अनुमति देने वाली याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई है. अब 9 जून को हिंदू पक्ष की अर्जी पर फैसला सुनाया जाएगा. हालांकि सुनवाई के दौरान ASI ने मांग की कि इस याचिका को खारिज किया जाए क्योंकि संरक्षित स्मारक को पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता.
The Saket court in Delhi said it would pronounce its order in the Qutub Minar case on June 9. The parties concerned have been asked to file written submissions within one week.