दिल्ली ने 24 नवंबर को हवा की गुणवत्ता के मामले में सबसे स्वच्छ दिन दर्ज किया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के बुलेटिन के अनुसार 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 था. हालांकि, यह स्तर भी 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है.
आखिरी बार 30 अक्टूबर को सिर्फ 'खराब' थी हवा
2 नवंबर, जो 22 दिन पहले था, उस दिन का औसत AQI 316 था. गौरतलब है कि इस नवंबर के महीने में अब तक किसी भी दिन का AQI 300 से नीचे नहीं गया है, जिसका मतलब है कि सभी दिनों की हवा की गुणवत्ता या तो 'बहुत खराब', 'गंभीर' या 'गंभीर प्लस' श्रेणी में रही है.
आखिरी बार जब दिल्ली की हवा 'खराब' श्रेणी में थी, वह 30 अक्टूबर था. इसका मतलब यह है कि पिछले 25 दिनों से दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' या उससे भी खराब श्रेणी में रही है. अब तक के 24 दिनों में से, 16 दिनों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही, 6 दिनों में 'गंभीर' श्रेणी में और 2 दिनों में 'गंभीर प्लस' श्रेणी में.
कोविड के बाद सबसे खराब नवंबर
कोविड के बाद के सालों में इस नवंबर को दिल्ली के लिए हवा की गुणवत्ता के मामले में सबसे खराब महीनों में से एक माना जा रहा है, खासतौर पर 2020 के बाद से. दिल्ली में हर साल विशेषकर सर्दियों में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो जाती है.
इस साल की स्थिति ने एक बार फिर से वायु गुणवत्ता उपायों की सख्त आवश्यकता को उजागर किया है. सरकारी और स्थानीय निकायों द्वारा प्रदूषण कम करने के प्रयासों के बावजूद, हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए और कठोर कदम उठाने की जरूरत है.
कुमार कुणाल