उत्तर-पूर्वी दिल्ली में गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन की दीवार का एक हिस्सा ढह जाने से 53 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गयी और चार लोग घायल हो गए. मृतक की पहचान करावल नगर में शहीद भगत सिंह कॉलोनी के निवासी विनोद कुमार पांडे के रूप में हुई, जो चावल आपूर्ति एजेंट थे. पांडे अपने स्कूटर पर एक दुकानदार को चावल देने जा रहे थे, तभी दीवार के ढहे मलबे की चपेट में आ गए
बेटी की सगाई कर दिल्ली लौटे थे विनोद
विनोद कुमार पांडे दो दिन पहले ही अपनी छोटी बेटी की सगाई के बाद उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर स्थित अपने गृहनगर से लौटे थे. गुरुवार को जब वह अपने स्कूटर पर जा रहे थे तो तभी पिंक लाइन मेट्रो के एलिवेटेड स्टेशन प्लेटफॉर्म की ढह गई और विनोद कुमार मलबे की चपेट में आ गया.53 वर्षीय मृतक के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे- दो बेटियां और एक बेटा है. उनके परिवार के लोग सुल्तानपुर में रहते हैं. उनकी एक बेटी की शादी हो चुकी है और वह यहां करावल नगर में अपने पति के साथ रहती है. घटना की जानकारी होने पर मृतक के बेटे शिवम अस्पताल पहुंचे.
डिलीवरी एजेंट थे मृतक विनोद
शिवम ने बताया, "मुझे घटना के बारे में दोपहर 12 बजे के आसपास फोन आया. मैंने अपने परिवार को घर पर कुछ नहीं बताया, लेकिन मैंने तुरंत अपने बहनोई विकास मिश्रा को फोन किया, जो दिल्ली में काम करते हैं. वह मौके पर पहुंचे और बाद में मुझे जीटीबी अस्पताल आने को कहा गया. मुझे वहां पहुंचने के बाद पता चला कि पापा की मौत हो चुकी है.'
वहीं मृतक पांडे के दामाद विकास मिश्रा ने बताया, 'मेरे ससुर दो दिन पहले अपनी छोटी बेटी की सगाई समारोह से सुल्तानपुर से लौटे थे. शिवम अपने पिता के साथ कुछ दिनों के लिए दिल्ली आया था.' उन्होंने कहा कि उनके ससुर करावल नगर में रहते थे और चावल डिलीवरी एजेंट के रूप में काम करते थे. दुखद घटना के बारे में बताते हुए मिश्रा ने कहा, 'मेरे ससुर ने करावल नगर की एक दुकान से चावल का एक कट्टा लिया था और इसे देने के लिए जीटीबी एन्क्लेव जा रहे थे. वह अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर से गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के नीचे से गुजर रहे थे तो तभी मेट्रो स्टेशन का हिस्सा उनके ऊपर गिर गया.'
मुआवजे का ऐलान
डीएमआरसी ने मृतकों के परिवार को 25 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है. हालांकि, मिश्रा ने कहा कि उन्हें डीएमआरसी द्वारा घोषित मुआवजे के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
घटना के वक्त मेट्रो स्टेशन के पास मौजूद एक कैब ड्राइवर ने बताया, ‘जहां दीवार ढही, वहां से एक सरकारी स्कूल मुश्किल से 50 मीटर की दूरी पर है। यह घटना दिन में 11 बजे के आसपास हुई. अगर यह दोपहर डेढ़ बजे के आसपास होती, तो यह और भी विनाशकारी हो सकती थी क्योंकि स्कूल बंद होने के बाद आमतौर पर कई छात्र चाय और नाश्ता करने के लिए वहां इकट्ठा होते थे.’
घायलों के परिजनों की मांग
पुलिस के मुताबिक, घायल लोग खतरे से बाहर हैं. उनका इलाज गुरु तेग बहादुर अस्पताल में चल रहा था. घायल लोगों में लोनी के अजीत कुमार (21) और मोहम्मद तज़ीर (24), गोकुलपुरी के मोनू (19) और संदीप (27) शामिल हैं और उनके परिजनों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
उनके परिवार के सदस्यों में से एक आकाश कुमार ने कहा, 'हमें मुआवजे के बारे में पता चला. हम अनुरोध करना चाहेंगे कि सरकार अजीत के परिवार के सदस्यों को बेहतर मुआवजा प्रदान करे.' अजीत के दोस्त दीपक कुमार ने कहा, 'अजीत गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के पास टायर मार्केट में मैकेनिक का काम करता है. वह किसी काम से जा रहा था, तभी उसके ऊपर स्लैब गिर गया. घटना से अजीत का पैर फ्रैक्चर हो गया.'
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