Delhi-NCR AQI: राजधानी दिल्ली और एनसीआर में हर साल की तरह सर्दियों की आहट के साथ ही प्रदूषण की मुसीबत सामने आकर खड़ी हो गई है. दिल्ली और एनसीआर में हवा ने सासों में जहर घोलने का काम शुरू कर दिया है. दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में गुरुवार को भयंकर धुंध छाई रही. दिल्ली में जहां वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई तो वहीं, नोएडा में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई. दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए प्रदूषण के साथ कोहरा डबल मुसीबत बन गया.
दिल्ली समेत अन्य राज्यों की सरकारों के तमाम प्रयासों और दावों के बावजूद लोगों को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है. GRAP ने 3 स्टेज की पाबंदी लागू की है. इसके तहत निर्माण कार्यों पर रोक समेत तमाम कदम उठाए गए हैं. इसके बावजूद हालत दिन प्रति दिन बुरी होती जा रही है.
शहादरा में सबसे ज्यादा खराब रही हवा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में गुरुवार को शहादरा में सबसे ज्यादा वायु गुणवत्ता सूचकांक 843 दर्ज किया गया. हालांकि, राजधानी में 6 बजे औसत AQI 400 के पार दर्ज किया गया. वहीं नोएडा में AQI- 469 रहा. कई इलाकों में रियल टाइम AQI 500 के पार भी पहुंच गया.
आनंद विहार का सबसे बुरा हाल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में आज (गुरुवार) सुबह 6 बजे औसत एक्यूआई 408 दर्ज किया गया. इसके अलावा दिल्ली के 24 इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है. यहां आनंद विहार का हाल सबसे ज्यादा बुरा है, जहां एक्यूआई 449 पहुंच गया है. इसके अलावा बवाना में ये 447 दर्ज किया गया और जहांगीर पुरी में ये 455 दर्ज हुआ.
वहीं, SAFAR के मुताबिक, नोएडा में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 469 पहुंच गया है, जो गंभीर श्रेणी में आता है. वहीं, नोएडा के सेक्टर 62 में एक्यूआई 408 पहुंच गया है.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है. जबकि इसके ऊपर खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें सांस लेना मुश्किल है.
बंद होंगे दिल्ली के स्कूल?
बता दें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद करने की मांग की है. एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लेकर लिखकर एयर क्वालिटी इंप्रूव होने तक स्कूल बंद करने की मांग की है.
एनसीपीसीआर ने साथ ही वायु प्रदूषण के चलते सरकार से बच्चों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में जवाब मांगा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'दिल्ली में प्रदूषण के ख़तरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है, अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है. बच्चे स्कूल आने जाने में, खेल के मैदानों में जहरीली हवा के प्रकोप में हैं. ये लापरवाही ग़लत है, इस पर @NCPCR_नोटिस जारी कर रहा है.'
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