दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के चितरंजन पार्क स्थित दुर्गा पूजा पंडाल के दौरे ने सियासी हलकों में बहस छेड़ दी है. यह घटना गुरुवार को हुई, जब महानवमी के अवसर पर उपराज्यपाल का यहां दौरा हुआ. इस घटना के बाद दिल्ली के मंत्री और ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म "X" पर उपराज्यपाल पर बिना नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि वीआईपी विजिट के चलते कई हजार दर्शक पूजा स्थल पर पहुंचने में असमर्थ रहे.
चितरंजन पार्क, जिसे मिनी बंगाल के नाम से जाना जाता है, सौरभ भारद्वाज के विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है. उन्होंने लिखा, 'कल पहली बार ऐसा हुआ कि शाम को हज़ारों लोग CR पार्क दुर्गा पूजा नहीं पहुंच पाये. एक VIP के कारण पूरे शाम ट्रैफिक ब्लॉक था. इस तरह जनता को परेशान करना ठीक नहीं है.' सौरभ भारद्वाज के इस पोस्ट के जवाब में उपराज्यपाल सचिवालय से प्रतिक्रिया आई.
राज निवास कार्यालय ने सोशल मीडिया पर जवाब देकर कहा कि मंत्री को असलियत का पता है. उन्होंने उल्लेख किया कि सप्तमी पर रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने मां की आरती में भाग लिया. साथ ही, क्षेत्र की बदतर सड़कों और सीवर की समस्याएं भी उजागर की. उन्होंने स्थानीय नेता की गैरमौजूदगी पर भी टिप्पणी की.
इस पूरे घटनाक्रम ने वीआईपी कल्चर और दिल्ली में सड़कों की स्थिति को लेकर बहस को जन्म दे दिया है. यह स्पष्ट है कि इस मुद्दे ने एक बार फिर से जनता और वीआईपी कल्चर के बीच के संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस विवाद ने सरकारी और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की चुनौतियों को उजागर किया है. दिल्ली के सीआर पार्क में एक पंडाल के बाहर, आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीड़िता 'अभया' (बदला हुआ नाम) के लिए न्याय की मांग करने वाले पोस्टर लगाए गए.
कुमार कुणाल