दिल्ली की सियासी पिच पर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर सबसे बड़े खिलाड़ी बने हैं. चुनावी टूर्नामेंट में लगातार दूसरी बार वो मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने और विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया. आम आदमी पार्टी की इस सुनामी में कांग्रेस तो पूरी तरह से साफ हो गई जबकि भारतीय जनता पार्टी भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई. चुनाव के दौरान जो बड़े चेहरे जीत की हुंकार भर रहे थे और सोशल मीडिया पर कमान संभाले हुए थे वो जीत का स्वाद ही नहीं चख सके. भारतीय जनता पार्टी के कपिल मिश्रा, तजिंदर सिंह बग्गा ने चुनाव के दौरान काफी सुर्खियां बटोरीं लेकिन उन्हें हार ही नसीब हुई. जानें इनका चुनावी रिपोर्ट कार्ड क्या रहा...
कपिल मिश्रा
आम आदमी पार्टी से बगावत करने वाले कपिल मिश्रा ने चुनाव से ऐन वक्त पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था. अरविंद केजरीवाल को कोसने का इनाम उन्हें मिला और भाजपा से टिकट भी मिल गया. लेकिन चुनावी कैंपेन में कपिल मिश्रा लगातार अपने भड़काऊ ट्वीट, भाषणों को लेकर चर्चा में रहे.
मॉडल टाउन सीट से चुनाव लड़ने वाले कपिल मिश्रा ने अपने एक ट्वीट में शाहीन बाग की तुलना ‘मिनी पाकिस्तान’ से की, जिसके बाद चुनाव आयोग ने एक्शन भी लिया. इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के चुनाव की तुलना भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले से की थी, लेकिन दिल्ली की जनता ने इतने वोट नहीं दिए कि वो फिर से विधायक बन सकें.
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मंगलवार को आए नतीजे बताते हैं कि कपिल मिश्रा कुछ हद तक वोट इकट्ठा करने में तो सफल रहे, लेकिन जीत की दहलीज को पार नहीं कर पाए. कपिल मिश्रा को इस चुनाव में कुल 41.46 फीसदी वोट मिले यानी उनके खाते में 41357 मतदान गए. कपिल मिश्रा को आम आदमी पार्टी के अखिलेश पति त्रिपाठी ने मात दी. अखिलेश पति त्रिपाठी को 52594 वोट मिले.
तजिंदर पाल सिंह बग्गा
दिल्ली में जब भारतीय जनता पार्टी ने अपने टिकट बांटे तो सबसे ज्यादा चर्चा हरिनगर विधानसभा सीट की हुई. क्योंकि यहां से बीजेपी ने तजिंदर सिंह बग्गा को मैदान में उतारा था. तजिंदर बग्गा की पहचान एक सोशल मीडिया वॉलंटियर के रूप में होती है, उनके विरोधी उन्हें सबसे बड़े ट्रोल के रूप में भी देखते हैं. लगातार ट्विटर पर कैंपेन चलाकर, ट्वीट करके विरोधियों को निशाने पर लेने वाले बग्गा चुनावी मैदान में फेल हो गए.
प्रशांत भूषण पर हमला करने के बाद सबसे पहले चर्चा में आए तजिंदर सिंह बग्गा को हरिनगर विधानसभा सीट से 37672 वोट मिले. जबकि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राजकुमारी ढिल्लो को 57892 वोट मिले. बग्गा सिर्फ 35 फीसदी वोट ही बटोर पाए और अपनी इस चुनावी लड़ाई में हार गए.
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भले ही चुनाव प्रचार के दौरान तजिंदर बग्गा ने रोजाना नए गाने, रैप, ट्विटर कैंपेन चलाए हो लेकिन दिल्ली की जनता को आम आदमी पार्टी के वादे भले लगे और AAP को ही जिता दिया. हालांकि, चुनाव हारने के बाद भी तजिंदर बग्गा ने अपना एक चुनावी वादा पूरा करने की बात कही है. ट्वीट कर उन्होंने ऐलान किया कि वह हरिनगर विधानसभा में लड़कियों के लिए सेल्फ डिफेंस सेंटर खोलेंगे, जो कि उनके घोषणापत्र में वादा था.
मोहित ग्रोवर