आजतक के 'हेल्थ समिट' में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की स्वास्थ्य नीति में 2017 के बाद एक बड़ा बदलाव आया है. पहले यह नीति केवल उपचारात्मक पहलुओं पर केंद्रित थी, लेकिन अब इसका दृष्टिकोण समग्र हो गया है. इसमें रोकथाम, स्वास्थ्य संवर्धन, पहचान, उपचार, उपशामक और जराचिकित्सा देखभाल शामिल है. सरकार ने इस समग्र दृष्टिकोण को लागू करने के लिए 1 लाख 79 जहर आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए हैं.