सुबह-सुबह 30 ग्राम प्रोटीन, लंच में हरी सब्जियां, दिन में कई बार फल खाना... फिर भी दिनभर थकान और सुस्ती! ऐसा अब बहुत लोगों में देखा जा रहा है. एक पर्सनलाइज्ड न्यूट्रिशन ऐप के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में गूगल पर 'टायर्ड आफ्टर मील्स' यानी खाना खाने के बाद थकान और 'टायर्ड आफ्टर ईटिंग' जैसे सर्च में 288% और 242% तक उछाल आया है. वहीं 'व्हाय एम आई ऑलवेज स्लीपी' यानी मुझे हमेशा नींद-सी क्यों महसूस होती है, वाले सर्च भी 241% बढ़े हैं.
ये फैक्ट दिखाते हैं कि लोगों में ये समस्या बढ़ी है. वोग हेल्थ को सिंपल ऐप की न्यूट्रिशन डायरेक्टर और डायटीशियन रो हंट्रिस बताती हैं कि हेल्दी डाइट लेने के बावजूद भी थकान बने रहना आम बात है. इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं जैसे हल्की इंफ्लेमेशन (सूजन), लगातार स्ट्रेस, स्लीप क्वालिटी या फिर आपके पीरियड साइकिल का फेज.सिर्फ स्ट्रेस ही इतना असर डाल देता है कि पाचन और न्यूट्रिएंट एब्जॉर्प्शन बिगड़ जाते हैं. अगर आप लगातार नींद पूरी नहीं ले रहे तो शरीर में ग्लूकोज प्रोसेसिंग गड़बड़ा जाती है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि थकान की अकेली वजह सिर्फ लाइफस्टाइल नहीं बल्कि हम क्या खा रहे हैं, ये भी हो सकता है. आइए जानते हैं, वो कौन सी न्यूट्रिशनल गलतियां हैं जो एनर्जी की जगह थकान दे रही हैं.
1. जरूरी न्यूट्रिएंट्स की कमी तो नहीं?
डाइट में प्रोटीन और हेल्दी फैट्स पर ध्यान देना जरूरी है लेकिन शरीर को इससे कहीं ज्यादा की जरूरत होती है. बॉडी को आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन B12 जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर में एनर्जी प्रोडक्शन साइकिल को सपोर्ट करते हैं. ये न्यूट्रिएंट्स ही भोजन को ऊर्जा में बदलने का काम करते हैं. अगर आपकी डाइट में इनकी कमी है तो बाहर से देखने में डाइट हेल्दी लगेगी लेकिन अंदर से शरीर सुस्त हो जाएगा. लगातार थकान या एनर्जी की कमी इसका साफ संकेत हो सकता है.
2. गलत फूड कॉम्बिनेशन भी है वजह
कभी सिर्फ फ्रूट खाकर या जूस पीकर ब्रेकफास्ट करते हैं और थोड़ी देर में फिर से भूख या थकान महसूस होती है? वजह है फूड कॉम्बिनेशन. सिर्फ फल या जूस में फाइबर तो होता है, लेकिन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स की कमी रहती है. बेहतर होगा अगर आप दूध या दही के साथ फल लें या फिर चना, मूंग स्प्राउट्स, पीनट बटर, ड्राई फ्रूट्स जैसे प्रोटीन सोर्स को मील में शामिल करें. इससे पाचन धीमा होगा, ब्लड शुगर लेवल बैलेंस रहेगा और दिनभर एनर्जी बनी रहेगी.
3. गलत समय पर खाना
हमारा शरीर सर्केडियन रिदम यानी प्राकृतिक बॉडी क्लॉक पर चलता है इसलिए हर किसी का सही खाने का टाइम अलग हो सकता है. सोने से ठीक पहले भारी खाना खाने से नींद की क्वालिटी पर असर पड़ता है क्योंकि इससे ग्लूकोज लेवल बढ़ता है. कुछ लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग में अच्छा महसूस करते हैं तो कुछ को हर 3 से 4 घंटे में हल्का मील सूट करता है. अपने शरीर की रिदम समझें और उसी के हिसाब से टाइम तय करें.
4. पानी की कमी
थोड़ी सी डिहाइड्रेशन भी थकान, सिरदर्द, नींद और ध्यान की कमी जैसी दिक्कतें ला सकती है. दिनभर पर्याप्त पानी पीना ऊर्जा स्तर को स्थिर बनाए रखने का सबसे आसान तरीका है.
5. कैफीन का ओवरडोज
कैफीन कुछ देर के लिए तो एनर्जी बढ़ा देता है लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने पर यह स्लीप साइकिल बिगाड़ देता है. इससे हर एनर्जी ड्रिंक के बाद और भी ज्यादा थकान महसूस होती है. कैफीन का सेवन दोपहर से पहले तक सीमित रखें, ताकि शरीर की नैचुरल एनर्जी साइकिल प्रभावित न हो.
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