Gut Health: लिवर-किडनी की तरह ही गट हेल्थ का भी खास ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि यह अच्छी जिंदगी के लिए जरूरी है. मगर लोग गट हेल्थ को हल्के में लेते हैं, जिसकी वजह से अक्सर गैस, कब्ज जैसी समस्याओं से लोग घिरे रहते हैं. दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के रोबोटिक, मिनिमली इनवेसिव (एम.आई.) और बेरियाट्रिक सर्जन डॉ. अंशुमन कौशल, जो सोशल मीडिया पर एंग्री डॉक्टर के नाम से पहचाने जा रहे हैं.
उन्होंने पेट से जुड़ी समस्याओं से निजात पाने के 5 आसान तरीके बताए हैं. डॉ. अंशुमन ने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि बिना दवाइयां खाए भी आप गैस, ब्लोटिंग और पेट फूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
डॉ. अंशुमन के अनुसार, आजकल की अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स और गलत टाइमिंग हमारी डाइजेशन की सबसे बड़ी दुश्मन बन चुकी हैं. छोटे से लेकर बड़ा हर शख्स खराब गट हेल्थ की दिक्कत से जूझ रहा है, ऐसे में उन्होंने 5 तरीके के बताए हैं, जिन्हें अपनाकर वो इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
कई बार लोग स्वाद के चलते ज्यादा खाना खा लेते हैं. बहुत ज्यादा खाना हमारे पेट पर प्रेशर डालता है और डाइजेशन धीमा कर देता है. इसलिए अक्सर डॉक्टर सलाह देते हैं कि पेट को ओवरलोड करने से बचें, क्योंकि इससे गैस और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ती है, हमेशा 70% पेट भरने तक ही खाना चाहिए.
डाइट में हाई कार्बोहाइड्रेट फूड्स और प्रोसेस्ड कार्ब्स का अधिक सेवन भी पेट से जुड़ी समस्या का बड़ा कारण है. सफेद ब्रेड, मिठाइयां, पाश्ता, नूडल्स, शुगर और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे फूड्स शरीर में कार्बोहाइड्रेट को फर्मेंट करते हैं, जिससे गैस बनती है. डॉक्टर की सलाह है कि इनकी जगह फाइबर और प्रोटीन रिच फूड्स को अपनी थाली में शामिल करें.
अक्सर ही तेजी से खाना खाने या बात करते हुए खाने से हवा पेट में चली जाती है, जिससे ब्लोटिंग होती है. बचपन से ही बड़े बच्चों को धीरे-धीरे और चबाकर खाना खाने के लिए बोलते हैं, ताकि इससे मुंह के अंदर हवा कम जाएं. क्योंकि यह हवा ही पेट में गैस का कारण बनती है.
रात में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, इसलिए देर रात खाना खाने से खाना पचने में समय लगता है और गैस बनती है. डॉक्टर सलाह देते हैं कि सोने से कम से कम 2 घंटे पहले डिनर कर लें. रात को पेट को राहत देनी चाहिए, ताकि वो अगले दिन के लिए तैयार हो सके.
आखिरी और जरूरी चीज यह है कि आंतों में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया डाइजेशन में मदद करते हैं. मगर जब आप जंक फूड और बार-बार दवाइयां खाते हैं तो इससे इनका बैलेंस बिगड़ जाता है. प्रोबायोटिक रिच फूड जैसे दही और फर्मेंटेड चीजें गट हेल्थ सुधारने में मदद करते हैं.
डॉ. कौशल के अनुसार, पेट की दिक्कतों के लिए गोलियों पर निर्भर न रहें, बल्कि अपनी लाइफस्टाइल और ईटिंग हैबिट्स में बदलाव करें. क्योंकि पेट से जुड़ी इन समस्याओं का यही असली इलाज है.
आजतक हेल्थ डेस्क