हर किसी को कभी न कभी सिरदर्द होता है लेकिन जब ये दर्द बार-बार हो, लंबे समय तक बना रहे या अपने साथ कुछ और अजीब से लक्षण लाए तो ये महज़ थकान या तनाव नहीं होता. ये एक अलार्म बेल हो सकता है कि शरीर में कुछ ठीक नहीं चल रहा. अब सवाल ये है कि कैसे पहचानें कि सिरदर्द कब मामूली है और कब इसके पीछे कोई बड़ा हेल्थ इश्यू छुपा है?
ब्लड प्रेशर और सिरदर्द का रिश्ता समझें
अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई है तो सिरदर्द उसकी सबसे आम और शुरुआती निशानी हो सकती है. केजीएमयू लखनऊ के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. कौसर उस्मान बताते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर में दिमाग की ब्लड वेसल्स पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे पीछे की तरफ भारीपन और हल्का झनझनाहट वाला दर्द महसूस होता है. कई बार ये सुबह-सुबह उठते ही होता है.
कैसे पहचानें:
- सिर के पीछे (Occipital area) में भारीपन
- चक्कर, थकान या आंखों के आगे अंधेरा
- ब्लड प्रेशर 140/90 से ऊपर
क्या करें:
अगर हल्का सिर दर्द रहता है तो ब्लड प्रेशर रेगुलर चेक करें. अगर सिरदर्द के साथ घबराहट, सांस फूलना या आंखों के सामने धुंध है तो तुरंत डॉक्टर से मिलें.
आंखों की कमजोरी का कैसे पड़ता है असर
आजकल घंटों स्क्रीन पर आंखें गड़ाए रखना आम बात है. इसका सीधा असर सिर पर पड़ता है. कई लोग सिरदर्द का अनुभव करते हैं. एम्स दिल्ली के नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ. ब्रजेश लहरी कहते हैं कि आंखों की कमजोरी, चश्मा नंबर बदलना या astigmatism जैसी चीज़ें सिरदर्द का कारण बनती हैं. इससे खासकर माथे के बीच या भौहों के बीच दर्द होता है.
कैसे पहचानें:
- स्क्रीन पर ज्यादा देर देखने के बाद सिरदर्द
- आंखों में जलन या थकावट
- माथे के बीच भारीपन
- ध्यान लगाने में दिक्कत
क्या करें:
साल में एक बार आंखों की जांच ज़रूर कराएं. अपना स्क्रीन टाइम कम करें और हर 20 मिनट पर 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखें (20-20-20 Rule) इसके लिए बहुत कारगर होगा.
सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस: गर्दन की जकड़न से सिर तक झनझनाहट
आप ऑफिस में कंप्यूटर पर झुके रहते हैं या मोबाइल लगातार देख रहे हैं तो इससे गर्दन की नसों में खिंचाव (सर्वाइकल) सिरदर्द का बड़ा कारण बनता जा रहा है. इस दर्द को समझना भी बहुत जरूरी है. सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट डॉ ख्याति शर्मा बताती हैं कि जब गर्दन की नसें दबती हैं तो दर्द सिर की तरफ चढ़ता है. खासकर सिर के पिछले हिस्से और कानों के ऊपर की तरफ दर्द महसूस होता है.
कैसे पहचानें:
- गर्दन में अकड़न
- एक ही पोजिशन में बैठने पर दर्द बढ़ना
- सिर के पीछे से शुरू होकर ऊपर की तरफ चढ़ने वाला दर्द
- कंधों में जकड़न या हाथ में झनझनाहट
क्या करें:
कम्प्यूटर में काम करते वक्त सही पोस्चर अपनाएं, सोते वक्त भी तकिया न बहुत ऊंचा हो न बहुत पतला. फिजियोथेरेपी या सर्वाइकल एक्सरसाइज करें.
गैस्ट्रिक या एसिडिटी: पेट की गैस, सिर की धमक
बहुत से लोग यकीन नहीं करते लेकिन गैस से भी सिरदर्द होता है और ऐसा सिरदर्द बहुत अजीब होता है. गैस्ट्रिक समस्या में माइग्रेन जैसा सिरदर्द हो सकता है, जो अक्सर दोपहर या भारी खाना खाने के बाद शुरू होता है.
कैसे पहचानें:
- सिर के दोनों किनारों पर दबाव जैसा दर्द
- साथ में पेट में जलन, डकार, उल्टी जैसा मन
- खाना खाने के बाद दर्द बढ़ना
क्या करें:
स्पाइसी खाना, ज्यादा तली चीज़ें और ओवरईटिंग से बचें. रोज़ सुबह गुनगुने पानी के साथ नींबू या जीरा पिएं. अगर सिरदर्द बार-बार इसी कारण होता है, तो पेट की जांच ज़रूरी है.
न्यूरोलॉजिकल कारण: जब मामला दिमाग से जुड़ जाए
मेदांता लखनऊ के मष्तिस्क रोग विशेषज्ञ डॉ विभोर उपाध्याय कहते हैं कि अक्सर लोग सिरदर्द को नजरंदाज करते हैं. युवाओं में सिरदर्द का बड़ा कारण माइग्रेन होता है. लेकिन अगर आपको लंबे समय से दर्द हो रहा है या इतना तेज दर्द हुआ है जैसा पहले कभी नहीं हुआ या दर्द के साथ बुखार या खांसी है. तेज दर्द के साथ वजन कम हो रहा है. कमजोरी आ रही है. हाथ पैरों में झुनझुनाहट रहती है तो आपको सचेत रहना चाहिए.
ऐसा देखा गया है कि अक्सर लोग सिरदर्द होने पर अपनी तरफ से ही दर्द निवारक दवाएं खा लेते हैं. लेकर वो सिर दर्द को कंट्रोल करने की कोशिश में किसी गंभीर बीमारी को और बड़ा बना रहे होते हैं. कभी-कभी सिरदर्द ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन हेमरेज, या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का संकेत होता है. डॉक्टरों का कहना है कि अगर सिरदर्द के साथ उल्टी, अचानक चक्कर, बोलने या देखने में दिक्कत हो रही है तो ये ब्रेन से जुड़ा मामला हो सकता है. ऐसे में MRI और neurological जांच जरूरी है.
कैसे पहचानें:
- बहुत तेज़, अचानक शुरू होने वाला सिरदर्द
- सोते हुए भी सिरदर्द से नींद टूटे
- उल्टी, बेहोशी, बोलने या सुनने में गड़बड़ी
- दर्द के साथ वजन घटना, बुखार या अन्य लक्षण
- अचानक personality change या confusion
मानसी मिश्रा