हाल ही में खबर आई कि यूपी के मुजफ्फरनगर में चुनाव प्रचार करने गए बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को गुस्साए लोगों ने खदेड़ दिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की. इसी के बाद से सोशल मीडिया पर एक फोटो के जरिए दावा किया जा रहा है कि यूपी में वोट मांगने गए एक बीजेपी नेता का जनता ने बुरा हाल कर दिया.
फोटो में कुछ लोगों और पुलिसकर्मियों के साथ सड़क पर एक शख्स नजर आ रहा है जिसके कपड़े फट चुके हैं. फोटो के साथ लोग कैप्शन में लिख रहे हैं " वोट मांगने जनता के बीच गए भाजपा नेता जी का हाल,योगी बाबा को मैसेज करके बताया कि मै ज़िंदा लौट कर आ गया हूं."
इसी कैप्शन के साथ कई लोग इसे फेसबुक और ट्विटर पर शेयर चुके हैं.
क्या है सच्चाई?
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यूपी चुनाव से कोई संबंध नहीं है. ये फोटो पिछले साल जुलाई की है जब राजस्थान के श्रीगंगानगर शहर में नाराज किसानों ने कैलाश मेघवाल नाम के एक बीजेपी नेता के कपड़े फाड़ दिए थे. फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें 31 जुलाई 2021 की ऐसी कई खबरें कई मिलीं जिनमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें 31 जुलाई 2021 की ऐसी कई कई खबर मिलीं जिनमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
"वन इंडिया" की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीगंगानगर में महंगाई और सिंचाई जैसे मुद्दों को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन रहे थे. इसी समय वहां कुछ किसान भी केंद्र के तीन कृषि कानून के खिलाफ धरना दे रहे थे.
साथ ही, किसान बीजेपी के इस जिला स्तरीय कार्यक्रम का भी विरोध कर रहे थे. इस दौरान बीजेपी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल गलती से किसानों के प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए.
कैलाश के गले में बीजेपी का पटका देखकर किसान भड़क गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस बीच मेघवाल के साथ धक्का-मुक्की हुई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए. पुलिस ने बीच-बचाव करके मेघवाल को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला.
इस घटना को लेकर उस समय एनडीटीवी और नवभारत ने भी खबरें छापी थीं.
इस तरह साबित हो जाता है कि राजस्थान की लगभग छह महीने पुरानी फोटो को यूपी चुनाव से जोड़कर भ्रम फैलाया जा रहा है.
अर्जुन डियोडिया