क्या एक भाषण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत का संविधान बदलकर मनुस्मृति वाला संविधान बनाने की बात कही है? साथ ही क्या उन्होंने ये तक कह डाला कि उस संविधान को खुद भीमराव अंबेडकर भी खत्म नहीं कर सकते? सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए कुछ ऐसा ही कहा जा रहा है.
वीडियो में मोदी कहते हैं, “जहां तक संविधान का सवाल है, आप मानकर चलिए और ये मोदी के शब्द लिखकर रखिए, बाबासाहेब अंबेडकर खुद आ जाएं तो भी संविधान खत्म नहीं कर सकते हैं.” ऐसे ही एक पोस्ट के जवाब में लोग पीएम मोदी पर लोकतंत्र खत्म करने का आरोप लगा रहे हैं. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
मनुस्मृति एक ग्रंथ है, जिसमें कुल 12 अध्याय और दो हजार से भी अधिक श्लोक मौजूद हैं, जिसमें प्रकृति के निर्माण, विवाह के रीति रिवाज, महिलाओं के कर्तव्य, और ब्राह्मणों की महानता समेत कई विषय शामिल हैं. हालांकि, मनुस्मृति में दलितों और महिलाओं को लेकर लिखी गई बातों पर अक्सर विवाद होते रहते हैं. बता दें कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 25 जुलाई, 1927 को महाराष्ट्र में सार्वजनिक रूप से मनुस्मृति को जला दिया था.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल दावा बेबुनियाद है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में संविधान बदलने और मनुस्मृति वाला संविधान लाने जैसा कोई बयान नहीं दिया है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें पीएम मोदी के इस भाषण के बारे में छपी एक खबर मिली. इसमें बताया गया है कि 12 अप्रैल 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बाड़मेर में एक रैली की थी. ये रैली बाड़मेर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और केन्द्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी.
रैली के दौरान भाषण देते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि बीजेपी संविधान और बाबासाहेब अंबेडकर का सम्मान करती है. कांग्रेस संविधान के नाम पर सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है. भारत के संविधान को खुद बाबासाहेब अंबेडकर भी खत्म नहीं कर सकते.
दरअसल, मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए I.N.D.I.A. गठबंधन लगातार दावा कर रहा है कि अगर बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आती है तो वो संविधान बदल देगी. इस आरोप पर पलटवार करते हुए पीएम मोदी ने वायरल बयान दिया था, जिसपर ‘राजस्थान तक’ समेत कई मीडिया आउटलेट्स ने खबर भी छापी है.
इसके बाद हमें इस भाषण का पूरा वीडियो पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला. इसमें 19:26 के मार्क पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
पूरे वीडियो में पीएम मोदी कहते हैं कि “‘इंडिया’ गठबंधन ने चुनाव के दौरान संविधान के नाम पर झूठ बोलने का फैशन बना लिया है. कांग्रेस ने बाबासाहेब को चुनाव हरवाया, आपातकाल लगाकर संविधान खत्म करने की कोशिश की, और अब संविधान के नाम पर झूठ फैला रही है. संविधान को खुद बाबासाहब अंबेडकर भी आकर खत्म नहीं कर सकते भारत का संविधान सरकार के लिए गीता, रामायण, महाभारत, बाइबल, और कुरान है.”
ध्यान देने वाली बात है कि इस पूरे भाषण में पीएम मोदी ने कहीं भी ‘मनुस्मृति’ का जिक्र नहीं किया है.
साफ है, पीएम मोदी के नाम से संविधान बदलने और मनुस्मृति वाला संविधान लागू करने का झूठा बयान शेयर किया जा रहा है.
संजना सक्सेना