फर्जी अकाउंट बनाकर प्रोपेगेंडा फैलाने वाले पाकिस्तानियों के हथकंडे के बारे में अब हर कोई जान चुका है. लेकिन, अब तो बात हद से पार हो गई है. पाकिस्तान की सेना ने बीते दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक भारतीय सैन्य अधिकारी के बयानों को काटछांट कर दिखाया. ये वीडियो जानबूझकर इस तरह एडिट किया गया, कि बयान का मतलब ही बदल जाए और वो पाकिस्तान के एजेंडे में फिट बैठे.
दरअसल, 11 मई को पाकिस्तान के DG ISPR अहमद शरीफ चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘ऑपरेशन बुनयान उल मरसूस’ के बारे में जानकारी दी थी. इस दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का चेहरा बन चुकीं भारतीय वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह का एक वीडियो चलाया. ये वीडियो 10 मई को हुई विदेश मंत्रालय की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का था.
इस स्टोरी में हम आपको ऐसे चार सबूत पेश कर रहे हैं जिन्हें देखकर पता लगता है कि पाकिस्तानी सेना ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्योमिका के बयान को किस हद तक तोड़-मरोड़ कर पेश किया. अहमद शरीफ चौधरी ये साबित करना चाहते थे कि पाकिस्तान ने सिर्फ सैन्य ठिकानों पर ही हमला किया था, न कि रिहायशी इलाकों पर. इसके लिए पास्तिानी सेना ने व्योमिका सिंह के बयान से 'रिहायशी इलाके' शब्दों को हटा ही दिया.
उन्होंने व्योमिका के बयान का वो हिस्सा हटा दिया जिसमें वो कहती हैं कि भारत ने पाकिस्तानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया.
असली कॉन्फ्रेंस में व्योमिका ने जहां भी इस बात का जिक्र किया था कि पाकिस्तान ने भारत के आम नागरिकों को निशाना बनाया, भारत के खिलाफ झूठा प्रचार किया, और किस तरह पाकिस्तान में चुने हुए ठिकानों को भारत ने अपना निशाना बनाया- उन सभी हिस्सों को हटा दिया गया.
व्योमिका के बयान का वो हिस्सा भी हटा दिया गया जिसमें उन्होंने पाकिस्तान द्वारा पंजाब और राजस्थान के एयर बेसेज को नष्ट करने के झूठे दावे का खंडन किया था.
विंग कमांडर व्योमिका के पूरे बयान का वीडियो यहां देखा जा सकता है. वहीं, पाकिस्तान ने जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये सारे झूठ बोले, उसका वीडियो आप यहां देख सकते हैं.
बालकृष्ण / संजना सक्सेना