एक बस के अंदर किसी महिला की पिटाई करती महिला पुलिसकर्मियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. कई लोगों का कहना है कि जिस महिला की पिटाई हो रही है, वो लोक गायिक नेहा सिंह राठौर हैं. वीडियो को शेयर करते हुए कई लोग नेहा पर तंज कस रहे हैं और उनका मजाक उड़ा रहे हैं. मिसाल के तौर पर, एक फेसबुक यूजर ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "नेहा सिंह राठौर की जोरदार कुटाई!" पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो में दिख रही महिला, लोक गायिका नेहा सिंह राठौर नहीं हैं. ये पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली एक महिला हैं जो आवारा कुत्तों को आश्रय गृहों में रखने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने से हमें '@chardikala_by_simran' नाम के एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर इसका एक लंबा वर्जन मिला. यहां इसे 12 अगस्त को अपलोड किया गया था. यहां वीडियो के साथ लिखा है, "जब आप जानवरों के लिए आवाज उठाते हैं, तो आपके साथ ऐसा सुलूक होता है."
वायरल वीडियो के इस लंबे वर्जन में एक बस खड़ी दिखती है जिस पर "DOG+VAN" लिखा है.
'चंद्रिकला बाय सिमरन', जानवरों के लिए काम करने वाली दिल्ली की एक संस्था है. आजतक ने इस संस्था को चलाने वाली सिमरन कौर से संपर्क किया. सिमरन ने हमें बताया कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला, नेहा राठौर नहीं बल्कि एक दूसरी महिला हैं जो एनिमल लवर हैं और उनके साथ ही विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही थीं.
उन्होंने आजतक को बताया, "ये वीडियो 12 अगस्त का है जब पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले लोग दिल्ली के कनाट प्लेस में हनुमान मंदिर के पास आवारा कुत्तों को आश्रय गृह भेजने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे. जब पुलिस ने देखा कि हम लोग इकट्ठा हुए हैं, तो उन्होंने हमारे साथियों को डीटीसी बस में डालना शुरू कर दिया. जब वीडियो में गुलाबी टी-शर्ट में दिख रही महिला ने बस से बाहर निकलने की कोशिश की, तो महिला कॉन्स्टेबल ने उन्हें पीटा. कॉन्स्टेबल ने उन्हें पेट में घूसा भी मारा."
हमें द टाइम्स ऑफ इंडिया के एक फेसबुक पोस्ट में इस वायरल वीडियो का एक दूसरा वर्जन मिला. इसमें गुलाबी टी-शर्ट वाली महिला, जिस पर महिला पुलिस हाथ उठा रही है, उसका चेहरा भी नजर आ रहा है. साफ पता लग रहा है कि वो नेहा नहीं है. टाइम्स ऑफ इंडिया की इस पोस्ट में वीडियो का क्रेडिट आरुषि चौधरी नाम की महिला को दिया गया है.
आरुषि ने 12 अगस्त को ये वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया थाऔर लिखा था, *एक महिला कॉन्स्टेबल ने एक लड़की के साथ इस तरह का व्यवहार किया. उसने अपने नाम का टैग नहीं लगाया हुआ था. उसने मुझे भी खरोंच मारी. पुलिस स्टेशन में कोई भी व्यक्ति उस कॉन्स्टेबल का नाम बताने को तैयार नहीं हुआ. मैंने उसकी फोटो यहां लगाई है. प्लीज इसे आगे बढ़ाएं.'
गौरतलब है कि 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि दिल्ली-एनसीआर के सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर स्थायी शेल्टर होम में रखा जाए और उन्हें दोबारा सड़कों पर न छोड़ा जाए. इस फैसले का सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बड़े पैमान पर विरोध हुआ. मामले में 14 अगस्त को एक बार फिर सुनवाई हुई और कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने केंद्र और एनजीओ की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.
वायरल वीडियो के बारे में नेहा सिंह राठौर ने भी स्पष्टीकरण जारी किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, "एक अफवाह फैलाई जा रही है कि मेरी दिल्ली पुलिस के साथ कोई झड़प हुई है…ये एक झूठी खबर है…मैं फिलहाल अपने घर में सुरक्षित हूँ."
सिमरन ने हमें वायरल वीडियो वाली महिला के बारे में और जानकारी भेजने की बात कही है. अगर वो हमें ये जानकारियां भेजती हैं, तो हम उन्हें स्टोरी में अपडेट करेंगे.
हमारी पड़ताल से ये बात साबित हो जाती है कि आवारा कुत्तों के मामले को लेकर प्रदर्शन कर रही एक महिला को नेहा सिंह राठौर बताया जा रहा है.
फैक्ट चेक ब्यूरो