चाहे 2020-21 का किसान आंदोलन हो या अभी का, सोशल मीडिया पर एक तबके का ये मानना रहा है कि इस आंदोलन में खालिस्तानी समर्थक शामिल हैं. इसी के मद्देनजर सिखों के प्रदर्शन के एक वीडियो को मौजूदा किसान आंदोलन से जोड़कर कुछ ऐसा ही दावा किया जा रहा है. वीडियो को चार अलग-अलग क्लिप्स को जोड़कर बनाया गया है. इसमें कुछ प्रदर्शनकारी भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते दिखाई दे रहे हैं. साथ ही कुछ लोग पीएम मोदी की फोटो पर भी लात मार रहे हैं.
वीडियो के ऊपर लिखा है, "तिरंगा को जलाने वाले कभी किसान नहीं हो सकते हैं. " और नीचे लिखा हुआ है, "जय जवान जय किसान का नारा आज गलत साबित हो रहा है इस वीडियो से. ”
'आजतक फैक्ट चेक' ने पाया कि वायरल वीडियो का हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है. यह कनाडा में खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुए प्रदर्शन का वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
पहली क्लिप में एक पगड़ी पहने शख्स को तिरंगा जलाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में हमें सब्टाइटल्स में एक जगह वैंकोवर लिखा दिखाई दिया. वैंकोवर, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत का सबसे बड़ा शहर है. इस जानकारी की मदद से रिवर्स सर्च करने पर हमें तिरंगा जलाने वाली घटना का क्लिप ‘ग्लोबल न्यूज’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 26 सितंबर, 2023 की रिपोर्ट में मिला.
रिपोर्ट के कैप्शन के मुताबिक, ये तब भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भड़के प्रदर्शन का वीडियो है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत सरकार की 'संभावित' संलिप्तता की बात कही थी. इसके बाद वहां के कई शहरों में भारतीय राजनयिक मिशनों के बाहर प्रदर्शन हुए थे. निज्जर की 18 जून 2023 को वैंकोवर शहर के सरी इलाके में एक गुरद्वारे के बाहर गोली मार के हत्या कर दी गई थी.
थोड़ा और खोजने पर हमें ‘AFP’ की 26 सितंबर, 2023 की एक रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो के बाकी तीनों क्लिप्स देखी जा सकती हैं. रिपोर्ट में इसे भी निज्जर की हत्या को लेकर भारतीय दूतावास के बाहर हुए प्रदर्शन की घटना का वीडियो बताया गया है.
साफ है, कनाडा में खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर हुए प्रदर्शन की घटनाओं को किसान आंदोलन से जोड़कर भ्रम फैलाया जा रहा है.
विकास भदौरिया