उत्तराखंड के नैनीताल में उस्मान नाम के एक मुस्लिम शख्स को एक नाबालिग लड़की के बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके बाद से शहर में तनाव फैल गया है. इस घटना के बाद नैनीताल में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा और आगजनी की कई खबरें सामने आई हैं.
अब इसी कड़ी में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें कुछ दुकानों में आग लगी हुई दिखाई दे रही है. मौके पर मौजूद कुछ लोग इस आग को बुझाने के लिए बाल्टियों से पानी डाल रहे हैं. वहीं, कुछ अपना सामान बटोर कर भाग रहे हैं. दुकानों से निकलती आग की लपटों के बीच सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल है.
इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वीडियो नैनीताल का है, जहां नाबालिग बच्ची से बलात्कार के आरोपी मोहम्मद उस्मान से नाराज हिंदुओं ने मुसलमानों की दुकानों में आग लगा दी.
ऐसे ही एक पोस्ट में लिखा है, “उत्तराखंड नैनीताल में हिंदू भाइयों ने जिहादियों को अच्छी तरह पेल कर बर्बाद किया है. कुछ दिन पहले 72 वर्षीय मोहम्मद उस्मान ने 12 साल की हिन्दू बच्ची से रेप किया था
तब से हिंदू गुस्सा थे.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये जुलाई 2024 में बांग्लादेश के एक इलाके में लगी आग का पुराना वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 2024 के एक फेसबुक पोस्ट में मिला. यहां कमेंट्स में इस घटना को बांग्लादेश के लक्ष्मीपुर जिले का बताया गया है. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि इस वीडियो का नैनीताल में हुई बलात्कार की हालिया घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
इसके बाद हमें इस घटना से जुड़ी बांग्ला भाषा में छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. 11 जुलाई, 2024 की एक खबर के मुताबिक लक्ष्मीपुर के मोजू चौधरी हाट इलाके में भीषण आग लग गई थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, पर उन्हें आग बुझाने में काफी समय लग गया और तब तक करीब 15 दुकानें आग की चपेट में आ चुकी थीं.
खबरों में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया है कि शॉर्ट सर्किट के चलते इलाके में ये आग भड़क गई थी. आग के चलते करीब 20 करोड़ टका का नुकसान हुआ था. साथ ही, लोगों ने दमकल अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने घटनास्थल तक आने में काफी देर कर दी जिस वजह से दुकानों को काफी नुकसान हो गया.
उस वक्त इस घटना के और भी कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किये गए थे. वहीं, एक शख्स ने 11 जुलाई, 2024 को इसी जगह से फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग की थी, जिसमें आग लगने से हुए नुकसान को देखा जा सकता है.
हमें इस वीडियो से संबंधित नैनीताल पुलिस का 5 मई का एक एक्स पोस्ट भी मिला. इसमें बताया गया है कि आगजनी का वायरल वीडियो नैनीताल का नहीं है. साथ ही इसे नैनीताल का बता कर शेयर कर रहे लोगों पर कार्रवाई करने की बात भी लिखी गई है.
साफ है, बांग्लादेश के एक इलाके में लगी आग के पुराने वीडियो को नैनीताल का बता कर शेयर किया जा रहा है.
संजना सक्सेना