सोशल मीडिया पर दो अलग-अलग वीडियो को जोड़कर बनाया गया एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा था कि उनको कोई भी अफसर किसी भी काम को मना नहीं कर सकता लेकिन अख्तर का ये भ्रम उत्तर प्रदेश पुलिस ने तोड़ दिया और उनकी जमकर पिटाई कर दी.
वीडियो का पहला भाग ‘ABP गंगा’ चैनल की एक न्यूज रिपोर्ट से लिया गया है जिसमें स्टेज पर एक व्यक्ति खड़ा होकर भाषण दे रहा है. खबर में बताया जा रहा है कि ये समाजवादी पार्टी नेता कमाल अख्तर हैं. अपने भाषण में कमाल कहते हैं कि चाहे कोई आईएएस हो या आईपीएस, उनको कोई भी काम को मना नहीं कर सकता. वीडियो के दूसरे भाग में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसकर्मी किसी व्यक्ति को डंडों से बुरी पीट रहे हैं.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AWFA) ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा आधी सच्चाई बताता है. दरअसल ये बात सच है कि कुछ महीनों पहले कमाल अख्तर ने ये कहा था कि उन्हें कोई अधिकारी किसी काम के लिए मना नहीं कर सकता. लेकिन वीडियो के दूसरे हिस्से में जो व्यक्ति पिटता हुआ दिख रहा है वह कमाल अख्तर नहीं बल्कि सपा के ही दूसरे नेता राजा चतुर्वेदी हैं.
एक फेसबुक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "हमें तो आजतक पता ही नहीं था कि योगी के उत्तर प्रदेश में नेता कमाल अख्तर की तूती बोलती है. इसे तो कोई छू भी नहीं सकता. आप भी पूरी वीडियो देखें". ये वीडियो फेसबुक और पर काफी वायरल है. पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
हमारी पड़ताल
कीवर्ड्स की मदद से हमें वायरल वीडियो का पहला भाग ‘ABP गंगा’ के यूट्यूब चैनल पर मिला. 9 अप्रैल 2021 को अपलोड किए गए इस वीडियो में बताया गया है कि अमरोहा में नेता कमाल अख्तर ने विवादित बयान दिया. वीडियो के नीचे दी गई जानकारी के मुताबिक, "भरी सभा में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी भी आईएएस-आईपीएस में इतनी हिम्मत नहीं, जो कमाल अख्तर के किसी भी काम को मना कर दे. उन्होंने ये बयान पंचायत चुनाव के दौरान हो रही सभा में दिया."
वायरल वीडियो के दूसरे भाग की जानकारी जुटाने के लिए हमने कीवर्ड्स और इनविड टूल दोनों की मदद ली. खोजने पर हमें पिटाई वाला वीडियो यूट्यूब पर मिला जिसे अप्रैल 2011 में अपलोड किया गया था. वीडियो के टाइटल के मुताबिक, जो व्यक्ति मार खा रहा है वे समाजवादी पार्टी नेता राजा चतुर्वेदी हैं.
ज़्यादा जानकारी जुटाने के लिए हमने राजा चतुर्वेदी के सोशल मीडिया अकाउंटस खंगालने शुरू किए. वायरल वीडियो हमें उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "21 फरवरी 2011 की रात्रि 12 बजे बजट सत्र के अंतिम दिन, विधेयक बिल के विरोध प्रदर्शन के दौरान विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर बर्बरता पूर्वक पुलिस लाठी चार्ज".
आपको बता दें कि 2011 में जब ये प्रदर्शन हुआ था तब उत्तर प्रदेश में बसपा नेता मायावती की सरकार थी.
पिटाई के इस वायरल वीडियो के बारे 2016 में जागरण ने भी खबर छापी थी जिसमें बताया गया था कि इसमें दिख रहा नेता कमाल अख्तर नहीं बल्कि राजा चतुर्वेदी हैं. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पिछली सरकार में सपा के आंदोलन के समय लखनऊ पुलिस ने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था, जिसमें नेता राजा चतुर्वेदी के साथ भी मारपीट की गई थी.
पड़ताल में ये साफ़ हो जाता है कि वायरल वीडियो में पिटाई वाला हिस्से में कमाल अख्तर नहीं बल्कि राजा चतुर्वेदी नाम के एक सपा नेता हैं. इसके अलावा, ये वीडियो 2011 का है जब मायावती सरकार के दौरान सपा के एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया था. वायरल वीडियो दो अलग-अलग क्लिपिंग को जोड़कर बनाया गया है.
सोनाली खट्टा के इनपुट के साथ
फैक्ट चेक ब्यूरो