आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी मिले होने की घटना सामने आने के बाद से देश भर के मंदिरों में सतर्कता बढ़ गई है. मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. लोग इसे हिंदुओं की आस्था के साथ हुआ खिलवाड़ बता रहे हैं.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट के जरिये ये दावा किया जा रहा है कि जिस कंपनी ने तिरुपति मंदिर को प्रसाद बनाने के लिए घी सप्लाई किया था, वो पाकिस्तान की है.
स्क्रीनशॉट में ‘एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की एक कंपनी के कर्मचारियों की लिस्ट दी गई है. इस लिस्ट में 5 कर्मचारियों के नाम हैं, जिनकी लोकेशन पाकिस्तान बताई गई है. सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि ‘एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की पाकिस्तानी कंपनी ने ही तिरुपति मंदिर में पशुओं की चर्बी वाला घी सप्लाई किया था.
वायरल स्क्रीनशॉट को एक्स पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “तिरूपति बालाजी मैं देसी घी की सप्लाई करने वाली तमिलनाडु की कंपनी के टॉप मैनेजमेंट नाम निम्नलिखित हैं” ऐसे ही कैप्शन के साथ इस लिस्ट को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि तिरुपति मंदिर में मिलावटी घी सप्लाई करने का आरोप जिस कंपनी पर लगा है वो तमिलनाडु की है. मंदिर में कोई पाकिस्तानी कंपनी घी सप्लाई नहीं करती.
कैसे पता चली सच्चाई?
दरअसल ये विवाद 19 सितंबर को शुरू हुआ था जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मुद्दा उठाया था. नायडू ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि प्रसाद के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले घी में पशुओं की चर्बी, मछली का तेल जैसी चीजें मिलाई जाती हैं.
हमें इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनके अनुसार ‘एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की कंपनी पर मंदिर को घटिया क्वालिटी का घी सप्लाई करने के आरोप लगे हैं.
हालांकि कंपनी ने इन आरोपों का खंडन किया है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि मीडिया रिपोर्ट्स में इस कंपनी का नाम और वायरल स्क्रीनशॉट वाली कंपनी का नाम अलग-अलग हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में ‘एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड’ को तमिलनाडु का बताया गया है. जब हमने कंपनियों का डेटाबेस रखने बताने वाली वेबसाइट ‘ओपन कॉर्पोरेट्स’ पर इन दोनों कंपनियों का ब्यौरा देखा तो सारी कहानी साफ हो गई.
दरअसल, वायरल स्क्रीनशॉट ‘एआर फूड प्राइवेट लिमिटेड’ नाम की कंपनी का है. ये कंपनी पाकिस्तान के इस्लामाबाद की है. इससे जुड़ी जानकारियों को यहां देखा जा सकता है. इस कंपनी के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, ये कंपनी स्नैक्स बनाती है. वहीं, मंदिर को घी सप्लाई करने वाली ‘एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड तमिलनाडु के डिंडिगुल की कंपनी है. कंपनी की वेबसाइट ( https://raajmilk.com/contact/ ) के अनुसार ये 1995 में शुरू हुई थी और इसके निदेशक राजशेखरन आर, सूर्या प्रभा और श्रीनिवासन एसआर हैं.
हमने ये भी पाया कि पाकिस्तान वाली कंपनी का वायरल स्क्रीनशॉट ‘रॉकेट रीच’ नाम की वेबसाइट से लिया गया है. यहां कंपनी के बारे में खोजने पर हमें यही पता चला कि ये एक स्नैक्स बनाने वाली कंपनी है जो पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित है.
तिरुमाला स्थित तिरुपति बालाजी की प्रबंधन समिति तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने इस मामले की विस्तृत जानकारी अपने एक्स हैन्डल पर दी है. टीटीडी ने बताया कि मंदिर को घी सप्लाई करने वाली पांच कंपनियां थीं - प्रीमियर एग्री फूड्स, कृपारम डेयरी, वैष्णवी, श्री पराग मिल्क और एआर फूड्स. प्रीमियर एग्री फूड्स और कृपाराम डेयरी उत्तर प्रदेश में स्थित हैं, वैष्णवी तेलंगाना की कंपनी है और श्री पराग मिल्क महाराष्ट्र की कंपनी है. टीटीडी ने भी एआर फूड्स के पाकिस्तानी होने से जुड़ी कोई बात नहीं कही है.
हमारी पड़ताल से साफ हो जाता है कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद विवाद में एक पाकिस्तानी कंपनी को मंदिर में घी सप्लाई करने वाली कंपनी बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
सत्यम तिवारी