बीच सड़क पर आग में जलती हुई एक महिला का दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. ये सीसीटीवी कैमरे के फुटेज जैसा लग रहा है. इसमें फिरोजी रंग का कुर्ता पहने एक महिला आग में झुलसती हुई सड़क के किनारे भाग रही है. उसके पीछे मुंह पर दुपट्टा बांधे एक दूसरी महिला दौड़ रही है, जो उसके शरीर पर लगी आग बुझाने की कोशिश कर रही है.
कुछ देर बाद मास्क पहने एक और आदमी महिला के शरीर पर लगी आग बुझाने की कोशिश करता दिखाई देता है. वीडियो में एक बड़ी सी इमारत भी दिखती है. अफरा-तफरी के इस माहौल में सड़क पर कई वाहन भी चलते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को हाल ही में लखनऊ में हुई एक घटना का दृश्य बता कर शेयर किया जा रहा है.
एक ट्विटर यूजर ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "स्थानीय गुंडों और प्रशासन की उदासीनता से परेशान इस महिला ने आज लखनऊ में खुद को आग लगा ली. उत्तर प्रदेश विधानसभा के सामने आग की लपटों में घिरी हुई धूँ धूँ करके जलती ये महिला अमेठी की है, क्या सरकार के अच्छे दिन यही है?".
ऐसे ही एक ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है. ये घटना दो साल पहले लखनऊ में हुई थी. साथ ही, इस मामले में कानूनी कार्रवाई हो चुकी है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च के जरिए हमने ये जानने की कोशिश की कि क्या लखनऊ में हाल-फिलहाल में किसी महिला के खुद को आग लगाने जैसी कोई घटना सामने आई है. ऐसा करने से हमें कुछ पुरानी खबरें तो दिखीं, लेकिन ऐसी किसी हालिया घटना की कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
इसके बाद हमने 'इनविड' टूल की मदद से वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स निकाले और उन्हें रिवर्स सर्च किया. 'दैनिक भास्कर' की दो साल पुरानी न्यूज रिपोर्ट में हमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मिला.
इसमें बताया गया है कि ये घटना 17 जुलाई, 2020 को लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सामने हुई थी. दरअसल अमेठी के जामो की रहने वाली सोफिया नाम की एक महिला का नाली के विवाद में अपने पड़ोसी से झगड़ा हुआ था. इस मामले में सोफिया की बेटी गुड़िया ने चार लोगों पर केस दर्ज कराया था.
रिपोर्ट के मुताबिक करीब 2 महीने तक न्याय न मिलने से परेशान मां-बेटी ने 17 जुलाई, 2020 को लखनऊ विधान सभा के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की थी. उस वक्त आनन-फानन में दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन घटना के चार दिन बाद ही मां की मौत हो गई थी.
थोड़ा और खोजने पर हमें इस घटना के बारे में 'आजतक' की एक रिपोर्ट मिली. 22 जुलाई, 2020 की इस रिपोर्ट में लिखा है कि पुलिस ने इस मामले में एआईएमआईएम के अमेठी जिलाध्यक्ष कदीर खान को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक, कदीर खान और अमेठी कांग्रेस के नेता अनूप पटेल ने मिलकर इस महिला को आत्मदाह के लिए उकसाया था.
'लाइव हिन्दुस्तान' की एक रिपोर्ट में इस मामले के बारे में ये जानकारी दी गई है कि पुलिस ने इसमें चार लोगों को गिरफ्तार किया था. साथ ही अमेठी के तीन और लखनऊ के चार पुलिस वाले भी सस्पेंड किए गए थे.
यूपी पुलिस फैक्ट चेक ने 30 जुलाई, 2022 को ट्वीट के जरिए वायरल वीडियो को 2 साल पुराना बताया. साथ ही इसे हालिया घटना बताने वाले भ्रामक पोस्ट्स शेयर न करने की बात कही.
(रिपोर्ट: संजना सक्सेना)
फैक्ट चेक ब्यूरो