कोई बीयर का पारखी कद्रदान आपको हमेशा यही बताएगा कि एक अच्छी बीयर पीने का मतलब ‘नशा’ करना नहीं होता. अगर आप खुद बीयर पीते हैं तो एक-एक घूंट के हलक में उतरने को लाजवाब ढंग से शब्दों में पिरो सकते हैं. लेकिन अगर आपको पता चले कि आपका जो पसंदीदा बीयर ब्रांड है, उसके तीखे-कड़वे जायके में उस कंपनी के कर्मचारियों का पेशाब भी शामिल है, तब आप क्या करेंगे?
सोशल मीडिया पर वायरल एक स्क्रीनशॉट के जरिये ‘बडवाइजर’ ब्रांड की बीयर के बारे में ऐसा ही दावा किया जा रहा है. इस स्क्रीनशॉट में दावा किया गया है कि बडवाइजर के कई कर्मचारी वर्षों से अपनी कंपनी के बीयर टैंक में पेशाब करते आ रहे हैं. इस रहस्य से कई बीयर-प्रेमियों को तगड़ा झटका लग सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रहा दावा गलत है. वायरल स्क्रीनशॉट दरअसल एक व्यंग्य-वेबसाइट का है, जो सिर्फ मनोरंजन और हास्य के लिए लेख प्रकाशित करती है. एक फेसबुक यूजर ने यह स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए हिंदी में लिखा, “पियक्कड़ मित्र एक बार सैनिटाइजर से गरारा कर लें।” पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
न्यूज वेबसाइट “The Hans India ” ने भी कुछ बदलाव के साथ इस पर एक आर्टिकल प्रकाशित किया. हालांकि, बाद में यह आर्टिकल डिलीट कर दिया गया. लेकिन कुछ ही समय में मीम बनाने वालों ने मजाकिया मीम के जरिये इस पर टिप्पणी करनी शुरू कर दी.
AFWA की पड़ताल
कीवर्ड्स की मदद से हमने पाया कि इस बारे में जो स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, वह एक व्यंग्य-वेबसाइट “foolishumor.com ” से लिया गया है.
हमने पाया कि वेबसाइट में प्रकाशित आर्टिकल में कोलोराडो, अमेरिका के फोर्ट कॉलिंस में बडवाइजर ब्रूअरी एक्सपीरियंस के एक सूत्र का हवाला दिया गया है. बडवाइजर ब्रूअरी एक्सपीरियंस एक विशेष सेवा है जो ग्राहकों को ब्रूअरी टूर सर्विस मुहैया कराती है.
हालांकि, वेबसाइट ने इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया है कि इसके लेख विशुद्ध रूप से काल्पनिक हैं, जिनका मकसद सिर्फ मनोरंजन करना है.
हमें बडवाइजर की आधिकारिक वेबसाइट पर ऐसा कोई बयान नहीं मिला. साथ ही, इस खबर से संबंधित किसी भी प्रतिष्ठित मीडिया वेबसाइट की कोई रिपोर्ट नहीं मिली. इससे स्पष्ट है कि बीयर टैंकों में बडवाइजर कर्मचारियों के पेशाब करने का वायरल दावा झूठा है. यह दावा एक व्यंग्य-वेबसाइट पर किया गया था, जिसका मकसद सिर्फ मनोरंजन करना है.
ज्योति द्विवेदी