अल्लू अर्जुन पर सख्ती के बाद बोले सीएम रेवंत रेड्डी, जब वो स्कूल जाते थे तब से जानता हूं, पारिवारिक हैं रिश्ते

साउथ एक्टर अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन उन्हें बाद में हाई कोर्ट से बेल मिल गई. पूरा दिन चले इस मामले पर सिनेमा जगत के लोगों ने नाराजगी जाहिर की. फैन्स भी परेशान रहे. लेकिन ये ग‍िरफ्तारी क्यों हुई? कितनी सही थी? इस पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बात की.

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तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी, अल्लू अर्जुन तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी, अल्लू अर्जुन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:20 PM IST

साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया था. पूरे दिन चले इस हाईवोल्टेज मामले में आख‍िरकार एक्टर को शाम को हाई कोर्ट से रिहाई म‍िल गई. इस एक्शन से फैन्स नाराज दिखे. कई सेलेब्स ने तीखी प्र‍क्र‍िया देते हुए इसे राजनीत‍ि से जोड़ा. ब इस मामले पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अपने विचार रखे हैं. आज तक एजेंडा के इवेंट में आए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से इस मामले पर कई सवाल किए गए. ज‍िसका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया. 

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उन्होंने कहा, 'इस देश में आम आदमी से लेकर प्रधानमंत्री तक संविधान सभी के लिए एक ही है. एक ही कानून है. जो फिल्म पुष्पा 2 की रिलीज में पहला दिन प्री-रिलीज बेनेफिट शो हुआ था, उसकी मंजूरी हमने ही दी थी. टिकट का प्राइज 300 रुपये से लेकर 1300 रुपये तक रखने की मंजूरी भी हम ही ने दी थी. उस शो में भीड़ काफी ज्यादा आ गई थी. वहां सारे इंतजाम सही तरीके से नहीं किए हुए थे और उस शो में बिना पहले से मिली जानकारी के एक्टर अल्लू अर्जुन पहुंच गए.  जिससे वहां भगदड़ मच गई. ऐसे में एक महिला की मौत हो गई और उनका बेटा आज भी हॉस्पिटल में 13 दिन से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है.

रेवंत रेड्डी ने आगे कहा, 'तो वहां पर हैदराबाद पुलिस ने क्रिमिनल रैपिड केस बुक किया जिसमें उन्होंने थिएटर वाले, मैनेजमेंट वाले लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. 10 दिन के बाद अल्लू अर्जुन को भी पुलिस जाकर मिली, वहीं से अल्लू अर्जुन खुद पुलिस के साथ चलकर पुलिस स्टेशन आए. तब उसके बाद पुलिस वालों ने उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया जिसके बाद उन्हें वहां से बेल मिल गई.

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अब जनता में किसी की जान चली गई, उसके बावजूद अगर हम किसी पर केस नहीं करेंगे तो आप कहेंगे कि सिनेमा एक्टर के लिए एक नया लॉ एंड ऑर्डर बनाया गया है. अगर यही किसी आम आदमी ने किया होता तो आप एक ही दिन में उसे जेल में डाल देते.' 

'अल्लू अर्जुन बिना बताए संध्या थिएटर में गए'

इसके बाद उनसे पूछा गया कि अल्लू अर्जुन वहां गेस्ट के तौर पर पहुंचे थे. वहां उन्होंने अपने आने की खबर पुलिस को भी दी थी लेकिन उन्होंने कोई सही इंतजाम नहीं किए थे. तो रेवंत रेड्डी ने  कहा, 'अल्लू अर्जुन ने फिल्म देखी, ठीक है. वो गाड़ी में बैठकर वहां से नहीं निकले, बल्कि गाड़ी के ऊपर चढ़कर सभी लोगों को वहां संबोधित करने लग गए जिसके कारण वहां ये हादसा हो गया. अगर अल्लू अर्जुन फिल्म देखकर वहां से चले जाते तो कोई चर्चा ही नहीं होती. गाड़ी के बाहर निकलकर सभी से मिल रहे हैं, हाथ हिला रहे हैं जिससे मामला हाथ से निकल गया. एक महिला की जान चली गई, इस बात का कौन जिम्मेदार है आप बताइए?' 

'उस परिवार को कौन जवाब देगा. इसमें सरकार और पुलिस की क्या जिम्मेदारी है? क्योंकि वो उनकी खुद की फिल्म है. जो फिल्म उन्होंने शूट की है, उसे उन्होंने खुद नहीं देखा है. वो चाहे तो एक स्टूडियो में स्पेशल शो देख सकते हैं. और कहीं जाकर देख सकते हैं. वो अपनी फिल्म को घर पर होम थिएटर में भी देख सकते थे. अगर वो पब्लिक में जाकर फिल्म देख रहे हैं तो एक बार पुलिस को बता दें ताकि सब सही तरीके से मैनेज हो जाए.' 

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'अल्लू अर्जुन को बचपन से जानता हूं' 

अपनी बातचीत में रेवंत रेड्डी ने ये भी खुलासा किया कि वो एक्टर को उनके बचपन से जानते हैं. उनके चाचा चिरंजीवी और ससुर चंद्रशेखर रेड्डी कांग्रेस के ही नेता है. उन्होंने कहा, 'मैं अल्लू अर्जुन को बचपन से जानता हूं. वो जब स्कूल जाते थे तब से जानता हूं उन्हें और वो भी मुझे जानते हैं. उनके अंकल चिरंजीवी जो हैं वो कांग्रेस के ही नेता हैं. वो कांग्रेस का परिवार हैं.'

'वो जिस घर में शादी किए हैं वो हमारे रिश्तेदार हैं. चंद्रशेखर रेड्डी जो अल्लू अर्जुन के ससुर हैं वो कांग्रेस पार्टी के ही हैं. एक लीडर के साथ वो मेरे रिश्तेदार भी हैं. तो मिसेज अल्लू अर्जुन मेरे रिलेशन में हैं. मेरे रिलेशन होने से, पहचान से कोई लेना-देना नहीं है. ये पुलिस का काम है. पुलिस के काम को पुलिस ने ही निभाया है.' 

'उस गरीब परिवार का भी सोचिए' 

रेवंत रेड्डी ने अंत में राज्य में हो रहे प्रोटेस्ट पर भी बात की. उन्होंने कहा, 'कोई प्रोटेस्ट नहीं हो रहा है. 10-20 लोग अगर एक साथ खड़े हो रहे हैं उसे प्रोटेस्ट मत कहिए. आप लोग एक इंसान की गिरफ्तारी पर इतने सवाल कर रहे हैं, वो महिला का क्या जिसकी जान चली गई.'

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'वो बच्चा अभी कोमा में है. उनका क्या होगा आप ये भी सोचिए.उनकी मां चली गई. वो गरीब परिवार का जीवन आगे कैसे चलेगा. वो एक फिल्मस्टार है, ये उनका बिजनेस है. उन्होंने फिल्म में पैसा लगाया और वो पैसा कमा भी लिया. उसमें किसी का क्या लेना-देना. वो बॉर्डर पर जाकर जंग जीतकर थोड़ी आए हैं. फिल्म बनाई है, उससे पैसे कमा लिए और फिर घर चले गए.' 

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