2019 के चुनावी दंगल से पहले अंगूरी भाभी की एंट्री पार्टी के लिए भी फायदेमंद हो सकती है. शिल्पा शिंदे जैसी सेलिब्रिटी प्रचारक का कांग्रेस को फायदा मिल सकता है. शिल्पा के लिए पार्टी से जुड़ना एक बड़ी बात हो सकती है, लेकिन यहां तक का उनका सफर काफी दिलचस्प रहा है.
शिल्पा के करियर की बात करें तो उन्होंने साल 1999 में एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. हालांकि उन्हें पहचान साल 2002 में आए टीवी शो भाभी जी घर पर हैं से मिली. साल 2008 तक चला यह शो स्टार प्लस टीवी चैनल पर आया करता था.
कभी आए ना जुदाई, मेहर, संजीवनी, मायका, वारिस, चिड़ियाघर और लापतागंज जैसे धाराविकों में काम कर चुकीं शिल्पा ने बड़े पर्दे पर भी काम किया है. वह दो तेलुगू और एक हिंदी फिल्म में भी काम कर चुकी हैं.
शिल्पा के करियर में सबसे बड़ा स्पीड ब्रेकर तब आया जब उन्हें फेमस बनाने वाला धारावाहिक "भाबीजी घर पर हैं" नाटकीय ढंग से उनके हाथ से छिन गया. इसके बाद शिल्पा कुछ वक्त से लिए खाली हो गईं और उनका स्टारडम उनसे दूर जाने लगा.
लेकिन रियलिटी टीवी शो बिग बॉस सीजन 11 उनके लिए उम्मीद की किरण बनकर आया. इस शो में शिल्पा की एंट्री हुई और उन्होंने बहुत नेचुरल तरीके से गेम खेला. 3 महीने तक चले गेम शो को शिल्पा ने जीता और वह एक बार फिर से फेमस हो गईं.
शिल्पा की पारिवारिक जिंदगी की बात करें तो शिल्पा का जन्म 28 अगस्त 1977 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. शिल्पा के पिता डॉ सत्यदेव शिंदे हाईकोर्ट के जज थे और वहीं उनकी मां एक गृहणी थीं. शिल्पा की दो बड़ी बहनें और एक छोटा भाई है.
साल 2013 में शिल्पा के पिता की अल्जाइमर से मृत्यु हो गई थी. उनके पिता नहीं चाहते थे कि वह अभिनय करे.