बॉलीवुड में लॉबी है, गुटबाजी है, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है, बोलीं तनिष्ठा चटर्जी 

तनिष्ठा चटर्जी बॉलीवुड इंडस्ट्री की उन एक्ट्रेसेज में से हैं, जिन्होंने हमेशा से लीक से हटकर फिल्म और काम को तवज्जों दी है. एक लंबे से इंडस्ट्री में सक्रिय तनिष्ठा इस बात से बिलकुल भी इंकार नहीं करती हैं कि यहां लॉबी और ग्रुप बंटे हुए हैं.

Advertisement
तनिष्ठा चटर्जी तनिष्ठा चटर्जी

नेहा वर्मा

  • मुंबई,
  • 10 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:13 PM IST

एक्ट्रेस तनिष्ठा चटर्जी ने हमेशा से लीक से हटकर फिल्मों को तवज्जो दी है. इतनी बेहतरीन परफॉर्मेंस के बावजूद तनिष्ठा की सक्रियता मेनस्ट्रीम फिल्मों में कम ही देखने को मिलती है. यही वजह है कि उनकी ज्यादातर फिल्में या तो फिल्म फेस्टिवल्स के लिए जाती हैं या क्रिटिक के मानकों पर खरी उतरती है, लेकिन कमर्शल सक्सेस की बात करें, तो उन्हें वो फेयर मौका मिल ही नहीं पाया है.  

Advertisement

अच्छे टैलेंट को पहचान मिलने में होती है मुश्किल 
तनिष्ठा एक लंबे समय से बॉलीवुड इंडस्ट्री में सक्रिय रही हैं. अपने इस जर्नी और एक्सपीरियंस पर तनिष्ठा कहती हैं, 'इंडस्ट्री की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां किसी तरह की बाउंड्रीज नहीं होती है. आप खुद को छोड़ सकते हैं. यहां एक्सेप्टेंस बाकियों की तुलना में ज्यादा है. इसक बात से इंकार नहीं किया जा सकता है. लेकिन साथ ही यहां पॉलिटिक्स भी बहुत है. लॉबी भी चलती है. बहुत अच्छे टैलेंट्स को तो बिलकुल भी पहचान नहीं मिलती है. मीडियॉकर टैलेंट को ऊपर उठाया जाता है. इस इंडस्ट्री में काम करने के लिए आपको स्पीरिचुअल होना पड़ता है. यहां अगर आप खुद की तुलना किसी से करने बैठते हैं, तो रोज आपको ठेस पहुंचेगा. दूसरा क्या कर रहा है और कितना प्रीविलेज्ड है, ये सब सोचने के बजाए खुद पर ही फोकस करते रहो, तो शायद आगे जाकर आपको पहचान मिल जाए. अपने प्रोसेस को बस आपको एंजॉय करते जाना है. गीता का वो श्लोक है न, अपना कर्म करते जाएं, फल की चिंता बिलकुल नहीं करें. उसे ही फॉलो करना होता है. जहां आपने फल की आशा की, तो आपके हाथ निराशा के अलावा कुछ नहीं लगने वाला है.'

Advertisement

मैंने भी बहुत भेदभाव झेला है 

तनिष्ठा आगे कहती हैं, मैंने तो बहुत ज्यादा डिसक्रीमिनेशन महसूस किया है. हालांकि मैं अब इन सब चीजों से ऊपर उठ चुकी हूं. मुझे बस अपने काम को एंजॉय करते जाना है. यही मोटीवेशन के साथ मैं आगे बढ़ती हूं. जब मुझे नैशनल अवॉर्ड भी मिला था, मैं बहुत एक्साइटेड नहीं हुई थी. मैं खुश थी लेकिन अगर नहीं मिलता.. तो भी कोई बात नहीं होती. मैं बस मोमंट पर जीती हूं. 

मेरी बेटी ने मुझे डिसीप्लीन बनाया है

कुछ समय पहले ही तनिष्ठा ने एक खूबसूरत सी बेटी अडॉप्ट की है. अपने मदरहुड पर तनिष्ठा कहती हैं, 'मां बनने के बाद मेरी जिंदगी में बहुत से बदलाव आए हैं. आपको अपने बच्चो को कोई सबक सीखाने से पहले खुद भी अमल करना पड़ता है. वो आपको देखकर ही सीखते हैं. मुझे मेरी बेटी ने बहुत डिसीप्लीन बनाया है.'

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement