पिछले दिनों ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड इंडस्ट्री के कुछ कड़वे सच से लोगों को रूबरू कराया था. उन्होंने बताया था कि किस तरह उनके खिलाफ इंडस्ट्री में कैंपेन चलाया गया, उन्हें काम मिलना बंद हो गया था. इसके बाद उन्होंने खुद का प्रोडक्शन हाउस खोलने और हॉलीवुड में कदम जमाने का निर्णय लिया था. प्रियंका को सपोर्ट करते हुए अब विवेक ओबेरॉय ने भी इंडस्ट्री की पोल खोली है. दरअसल, एक्टर ने एक इंटरव्यू में बॉलीवुड के कुछ डरावने और कड़वे सच बताए हैं. उन्होंने अपनी उस 20 साल पुरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस को याद किया है, जहां उन्होंने बताया था कि सलमान खान की ओर से उन्हें फोन पर धमकी मिली है. विवेक, उस समय ऐश्वर्या राय के साथ रिलेशन में थे. ऐश्वर्या, विवेक से पहले सलमान को डेट कर चुकी थीं.
विवेक ने खोली पोल
विवेक ओबेरॉय ने इंडस्ट्री में होने वाली बुली और लॉबीइंग (एक गुट जो केवल अपने चहेतों को फिल्मों में कास्ट करता है) के बारे में बताया. उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि किस तरह उन्हें इंडस्ट्री में एक कॉर्नर में डाल दिया गया. एक समय तो ऐसा भी आया, जब उनकी फिल्म 'शूटआउट एट लोखंडवाला' हिट हुई, पर फिर 14 महीने तक लगातार उन्हें कोई काम नहीं मिला. हालांकि, विवेक अब खुश हैं कि वह इन चीजों से बाहर आ गए हैं. सर्वाइव कर पाए हैं, पर हर कोई शायद उनकी तरह लकी नहीं होता.
20 साल पुरानी उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में किए खुलासे पर विवेक ने कहा कि मैंने वो सब झेला, जिसके मैं लायक नहीं था. फिजूल की चीजें मेरे साथ हुईं. न जाने कितनी स्टोरी मेरे खिलाफ गढ़ी गईं और लॉबी बनाई गई. जिस ओर प्रियंका ने इशारा किया है, वही चीजें मेरे साथ भी घटी हैं. इंडस्ट्री की एक डार्क साइड भी है, जिसे मैंने भी झेला है. मुझे पता है कि जब किसी को किनारे कर दिया जाता है, तो उसके लिए यह कितना फ्रस्टेटिंग होता है. किसी को भी यह घटना थका सकती है, उसे खत्म तक कर सकती है. मैंने एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'शूटआउट एट लोखंडवाला' दी जो कमर्शियली सक्सेसफुल हुई. मेरी परफॉर्मेंस की सराहना की गई और फिर इसके बाद 14 महीने तक मैं घर पर बैठा हूं, वह भी बिना काम के. हां, मैंने भी करियर में यह फेज देखा, जब मैं खुद के लिए कुछ और अच्छा करना चाहता था. तभी मुझे साइडलाइन कर दिया गया. मुझे आगे नहीं बढ़ने दिया गया.
प्रियंका को किया विवेक ने सपोर्ट
अपना फोकस प्रियंका चोपड़ा द्वारा दिए स्टेटमेंट पर शिफ्ट करते हुए विवेक ने कहा, "प्रियंका ने जो कहा, वह सच कहा. पर उनका स्टेटमेंट अपने आप में काफी इंस्पीरेशनल है, क्योंकि उन्होंने कई लोगों को यह बताया है कि खुद के लिए एक नए स्पेस को क्रिएट करना चाहिए. प्रियंका ने उन लोगों को मोटिवेट किया है, जिनके साथ इंडस्ट्री में बुरा बर्ताव हुआ है. प्रियंका ने साबित किया है कि अगर किसी ने उन्हें साइडलाइन किया तो उन्होंने पर्सनली और प्रोफेशनली भी खुद की राह किस तरह बनाई."
विवेक ओबेरॉय ने बताया कि इंडस्ट्री में किस तरह से एक व्यक्ति को बुली करके उसे आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है. यंग टैलेंट्स के लिए यह काफी खराब प्रैक्टिस है. विवेक ने कहा, "बॉलीवुड इंडस्ट्री, एक बेहद ही इनसिक्योर जगह है. जहां, मीटू, कास्टिंग काउच, बुली, लॉबीइंग, इस सब वजहों के चलते क्रिएटिविटी को दरकिनारे कर दिया जाता है. उनके अंदर के टैलेंट को इन चीजों से मार दिया जाता है. पर मैं खुश हूं कि लोग आगे आकर इसके बारे में बात कर रहे हैं और एक दिन, ये चीजें इंडस्ट्री से खत्म हो जाएंगी."
सुशांत सिंह राजपूत का उदाहरण देते हुए विवेक ओबेरॉय ने कहा कि एक्टर की जान नहीं जाती, पर चली गई. सुशांत एक टैलेंटेड लड़का था. इंडस्ट्री में उसके दोस्तों का सर्कल और बेहतर हो सकता था. लोग यहां इंडस्ट्री को परिवार कहते हैं. पर ऐसा होता नहीं. क्योंकि अगर परिवार का मतलब होता है एक-दूसरे के लिए खड़े रहना, पर सुशांत के साथ ऐसा नहीं हुआ.
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