धार्मिक है 'जाट' की कहानी, रामायण से है ताल्लुक? सनी देओल बोले- लोग संवेदनशील हैं...

सनी देओल ने सबसे पहले इस बारे में बात की कि क्या जाट रामायण की थीम पर आधारित है. उन्होंने कहा, "कहानी में जो था वो हम कर रहे हैं, सच आपको लेखक या निर्देशक से पूछना पड़ेगा. हमने ये कहानी सुनी और मुझे बहुत पसंद आई."

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सनी देओल, रणदीप हुड्डा सनी देओल, रणदीप हुड्डा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 9:42 PM IST

सनी देओल की जाट फिल्म का फैंस के बीच जबरदस्त क्रेज है. वो एक बार फिर अपने ढाई किलो के हाथ का जादू दिखाते दिखेंगे. हाल ही में फिल्म का एक गाना ओम राम श्री राम जारी किया गया था, जिसे देख ऑडियन्स मान रही है कि फिल्म का एक रिलीजियस कनेक्शन है. कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर सवाल किया कि क्या जाट रामायण के थीम पर बेस्ड फिल्म है?

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रामायण पर आधारित है कहानी?

हाल ही में एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान इन सवालों का सनी देओल ने जवाब दिया. सनी देओल ने सबसे पहले इस बारे में बात की कि क्या जाट रामायण की थीम पर आधारित है. उन्होंने कहा, "कहानी में जो था वो हम कर रहे हैं, सच आपको लेखक या निर्देशक से पूछना पड़ेगा. हमने ये कहानी सुनी और मुझे बहुत पसंद आई." सनी के साथ ही रणदीप ने जवाब दिया कि देखिए राम जी होते हैं अच्छाई के प्रतीक, रावण होते हैं बुराई का प्रतीक.

इसके बाद सनी ने कहा, ''हम उन सभी चीजों से संबंध रखते हैं जो हमारी किताबों, देवताओं और पौराणिक कथाओं में हैं. उनका जो भी है, वो हर आदमी में कुछ ना कुछ आता रहता है. राम जी हैं तो राम जी का होगा आदमी, रावण हैं तो रावण जैसा होगा. ये सब चीज होती रहती हैं. मुझसे पूछा जाए तो इंसान के अंदर हर रूप है. निर्भर करता है कि तुम अपने आप को कितना कंट्रोल करके सिर्फ राम जी का रूप बाहर निकालोगे.

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धर्म को देती है बढ़ावा?

इसी के साथ जब पूछा गया कि क्या जाट एक रिलीजियस फिल्म है? तो सनी बोले, "देखिए, जब आप सभी इस बारे में बात करते हैं तो लोग संवेदनशील हो जाते हैं. हमें इन सब चीजों के बारे में बात नहीं करनी चाहिए. क्योंकि आखिरकार, हमे सभी प्यार करते हैं और हम सभी से प्यार करते हैं. हम पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. वास्तव में, पूरी दुनिया का. इसलिए, ऐसा कुछ नहीं है कि हम किसी को ऊपर उठाने या नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा कुछ नहीं है.''

''बस सिनेमा का आनंद लें. क्योंकि सिनेमा का मतलब है आना और आनंद लेना और फिर अच्छा महसूस करके वापस जाना. उससे ज्यादा कुछ नहीं होता. मुझे लगता है कि हम जो बातें करते रहते हैं, उससे लोग ज्यादा प्रभावित होते हैं और हम ऐसी चीजें करते रहते हैं जो हमें नहीं करनी चाहिए."

सनी के साथ रणदीप ने कहा कि, "और इसमें साजिश है कि जाट टाइटल क्यों? क्या ये कम्युनिटी है? क्या ये एजेंट है? एटीट्यूड है? क्या ये इंसान है? ये आपको पिक्चर में पता चलेगा." बता दें, फिल्म 10 अप्रैल को थियेटर्स में रिलीज होगी.

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