पिता का राजनीति में होना एक्ट्रेस नेहा शर्मा के करियर पर पड़ा भारी? बताया इंडस्ट्री में किसे देते हैं काम

नेहा शर्मा का कहना है उनके पिता इतने पावरफुल नहीं थे कि विपक्ष को बाधित करते. वो कहती हैं- 15 साल पहले मैंने बॉलीवुड में करियर शुरू किया था. मेरे पिता पहला इलेक्शन 2014 में जीते थे. मुझे कभी नहीं लगा लोग मानते होंगे कि मेरे पिता कांग्रेस से थे और हम विपक्ष को सपोर्ट करते हैं, इसलिए ये मुद्दा है.

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नेहा शर्मा नेहा शर्मा

सना फरज़ीन

  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:00 PM IST

एक्ट्रेस नेहा शर्मा पॉलिटिकल बैकग्राउंड से हैं. उनके पिता अजित शर्मा बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं. बीते दिनों एक्ट्रेस पिता के लिए चुनावी कैंपेन कर रही थीं. कई दफा नेहा से पॉलिटिक्स में आने के सवाल होते हैं. ये भी पूछा जाता है क्या राजनीतिक फैमिली से होने की वजह से उनके करियर पर असर पड़ा है? 

नेहा ने दिया जवाब

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इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में नेहा ने इन सवालों के जवाब दिए हैं. नेहा शर्मा का कहना है उनके पिता इतने पावरफुल नहीं थे कि विपक्ष को बाधित करते. नेहा कहती हैं- 15 साल पहले मैंने बॉलीवुड में करियर शुरू किया था. मेरे पिता पहला इलेक्शन 2014 में जीते थे. एक तरह से हमने एक ही समय पर चीजें शुरू की थीं. उस वक्त मेरे पिता इतने पावरफुल नहीं थे. मुझे कभी नहीं लगा लोग मानते होंगे कि मेरे पिता कांग्रेस से थे और हम विपक्ष को सपोर्ट करते हैं, इसलिए ये मुद्दा है. इस चीज ने कभी मुझ पर बैकफायर नहीं किया. 

क्यों नहीं मिले अच्छे रोल?

नेहा ने बताया कि उन्हें अच्छे रोल नहीं मिले क्योंकि ज्यादातर फिल्ममेकर्स अपने दोस्तों संग काम करते हैं. हर इंडस्ट्री में ऐसा ही चलता है. जिन्हें आप जानते हो या जो आपके दोस्त हैं उनके साथ काम करने में मजा आता है. राजनीतिक पहलू से देखूं तो, मुझे नहीं लगता इससे कभी मुझे नुकसान पहुंचा है. मुझे ऐसा महसूस नहीं हुआ.

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'किसी विचारधारा को नहीं, पिता को किया सपोर्ट'

नेहा ने बताया उन्हें नहीं पता अगर विपक्ष के लोगों को उनका पिता के लिए कैंपेन करना खटका हो. वो कहती हैं- मैं करियर में इतना आगे टैलेंट और मेहनत की वजह से पहुंची हूं. मैं यहां किसी पर्टिकुलर पार्टी को प्रमोट नहीं कर रही थी. मैं बस अपने पिता को सपोर्ट कर रही थी. जैसा कि हर बच्चा करता है. मैं किसी विचारधारा के पक्ष या विपक्ष में कैंपेन नहीं कर रही हूं. मुझे हमेशा मेरे टैलेंट की वजह से चुना गया है. ये हमेशा ऐसा ही रहने वाला है.

स्थानीय लोगों से मिलकर कैसा लगा?

पिता के लिए कैंपेन करते वक्त नेहा को बिहार के कई शहरों में घूमने का मौका मिला. स्थानीय लोगों से मुलाकात करने को नेहा ने संतोषजनक अनुभव बताया. वो कहती हैं- जब आप लोगों से ग्राउंड पर जाकर मिलते हो, आपको पता चलता है आप कितनी दूर आ गए हो. कितने लोगों को आप पर गर्व है, लोगों से सामने मिलकर बात करना संतुष्टि देता है. इन इमोशंस को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. ये खूबसूरत फीलिंग है. इंडस्ट्री में सर्वाइव करने के लिए मुझे 15 साल लगे, ये जर्नी मेरे लिए कभी आसान नहीं थी. बीते सालों में मैंने खुद पर काम किया है. ग्राउंड पर जाकर रियल लोगों से मिलना, मैं उनके लिए कुछ करना चाहती हूं. काफी कुछ है जो हम कर सकते हैं, जैसे गरीबी और रोजगार को लेकर. ये रियल इश्यू हैं इन पर बात होनी चाहिए, लेकिन हम अक्सर लोगों से अपना संपर्क तोड़ लेते हैं. बीते दिनों में मैंने अपने पिता के साथ जो भी वक्त बिताया है उसने मुझे हमारी जिम्मेदारियों को लेकर बड़ा नजरिया देने में मदद की है. 

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वर्कफ्रंट पर नेहा की हाल ही में कोर्टरूम ड्रामा 'इलीगल' स्ट्रीम हुई है. इसमे वो वकील निहारिका सिंह के रोल में हैं. एक्ट्रेस ने फिल्म क्रूक से बॉलीवुड में डेब्यू किया है. वो क्या सुपर कूल हैं हम, यमला पगला दीवाना 2, सोलो, तानाजी जैसे मूवीज में दिखी हैं. 
 

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