8 साल से बड़े ब्रेक के इंतजार में जॉनी लीवर की बेटी जैमी लीवर, बोलीं- पापा ने कभी नहीं की मदद

जैमी लीवर पिछले आठ साल से बतौर फीमेल कॉमेडियन अपनी पहचान बनाने की जद्दोजहद में लगी हुई हैं. जैमी बताती हैं, उन्होंने कभी पापा जॉनी लीवर से भी इसकेे लिए मदद नहीं ली है. हालांकि जैमी को इस बात का गर्व है, अभी तक उन्होंने जो भी पहचान बनाई, वो खुद के दम पर ही पॉसिबल हुई है.

Advertisement
jamie lever jamie lever

नेहा वर्मा

  • मुंबई,
  • 31 मई 2021,
  • अपडेटेड 11:36 AM IST

जैमी लीवर पिछले आठ साल से कॉमिडी के क्षेत्र में अपनी जमीन तलाश रही हैं. अपने इस स्ट्रगल में जैमी ने पिता की कोई मदद नहीं ली है. न ही उन्होंने पापा को कहा कि वे किसी को कॉल कर काम दिलवाए. अपनी स्ट्रगल पर बात करते हुए जैमी कहती हैं, मेरा आठ साल का स्ट्रगल यह साबित करता है कि इंडस्ट्री के सेलिब्रिटी के बच्चे हो, तो जरूरी नहीं है कि आपको सब कुछ सिल्वर प्लेट में मिलेगा. जरूरी नहीं है कि आपको फिल्में धड़ाधड़ मिलती जाएंगी.

Advertisement

मेरा करियर ग्राफ बहुत बड़ा उदाहरण है. इसका सबसे बड़ा कारण मैं किस्मत को मानती हूं. मेरी किस्मत में शायद इंतजार लिखा है. मेरे पापा ने किसी को फोन कॉल्स नहीं किया और न ही किसी से सिफारिश की. न हम इंडस्ट्री वालों के साथ फिल्मी सर्किल में उठे-बैठे. न ही किसी फिल्मी पार्टी में गई. यही वजह है कि मेरे दोस्त इंडस्ट्री से बने नहीं, जहां कोई फिल्म प्रोड्यूसर या डायरेक्टर मुझे फिल्में ऑफर करें.

पापा ने अपने फेम की लत हम बच्चों पर नहीं लगने दी

जैमी आगे कहती हैं, मेरे पापा ने हमेशा अपने काम को ऑफिस ड्यूटी की तरह समझा है. उनकी घर व फिल्मी लाइफ काफी अलग थी. शायद हमारी परवरिश भी कुछ ऐसी ही हुई कि हमें लगता ही नहीं था कि हम किसी सेलिब्रिटी के बच्चे हैं. कॉलेज लाइफ में जब तक कोई मुझसे आकर नहीं कहता था, तब तक लगता ही नहीं था कि पापा इतने बड़े स्टार हैं. मुझे एक दोस्त से पता चला कि कॉमेडियन एक्टर्स मेरे पापा को पूजते हैं उनके लिए जॉनी लीवर भगवान समान हैं.

Advertisement

सच कहूं पापा ने कभी अपने फेम की लत हमें लगने दी ही नहीं. मुझे जितने भी प्रोजेक्ट मिले हैं, वो मेरे काम की वजह से ही मिले हैं. कहीं कोई वीडियो वायरल हो गया, तो लोग मुझसे कॉन्टैक्ट किया करते थे. फरहाद सामजी हाउसफुल 4 के लिए मुझे कॉल करते हुए कहा था कि तुम्हारा वीडियो किसी ने मुझे फॉरवर्ड किया है और मैं तुम्हारे साथ काम करना चाहता हूं. मुझे फिल्में ऐसे ही मिलती हैं और इसका गर्व भी है कि किसी के सिफारिश नहीं बल्कि अपने दम पर करियर बना रही हूं. मैं इसे अपनी स्ट्रगल स्टोरी ही कहूंगी कि देर ही सही लेकिन लोग मेरे काम को पहचान रहे हैं. मैं इससे संतुष्ट भी हूं,बहुत लोगों का करियर आठ साल में खत्म हो जाता है. मैं अब भी धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हूं. 

 

 

 

अब तो पापा और मेरे बीच चलता है कंपटीशन

मेरे पापा ने अपना नाम बनाने के लिए काफी स्ट्रगल झेली है. मेरा भी गुण पापा से ही आया है. पापा ने नोटिस किया कि यह तो खुद ही सब कुछ कर रही है. यह खुद ही लोगों को कॉल्स लगाकर काम मांग रही है और ऑडिशन के लिए भी यहां-वहां भाग रही है. इसलिए उन्होंने मुझपर ही सबकुछ छोड़ दिया. अब वो खुद कई बार शॉक्ड हो जाते हैं कि अरे तुझे यह प्रॉजेक्ट कैसे मिल गया. अभी तो हमारा कंपटीशन चलने लगा है. हम अक्सर अपने वीडियो के व्यूज पर कपंयेर करते हैं. हालांकि यह कंपीटिशन भी काफी हेल्दी है. पापा के अंदर अब भी यह फायर है कि कुछ न कुछ करते रहना है, जो मैं सीखती रहती हूं. पापा को मुझ पर अब गर्व होता है. 

Advertisement

 

 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement