डायरेक्टर अनुराग कश्यप को अपनी बेबाकी के लिए जाना जाता है. अनुराग शुरुआत से ही अपनी बात को खुलकर कहने वालों में से एक रहे हैं. अनुराग कश्यप शुरू से ही सेंसरशिप और बॉयकॉट ब्रिगेड से लड़ते रहे हैं. इन दिनों डायरेक्टर अपनी नई फिल्म 'ऑल्मोस्ट प्यार विद डीजे मोहब्बत' का प्रमोशन कर रहे हैं. इस बीच अनुराग कश्यप से एक बड़ा सवाल पूछा गया.
अनुराग से किया गया सवाल
गुरुवार को अनुराग कश्यप अपनी फिल्म का प्रमोशन करने पहुंचे थे. इस बीच उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी कहा है कि कोई भी नेता उठकर किसी भी फिल्म के बारे में बोलने लगता है और सारा दिन टीवी पर वही चलता है. तो लोगों को ऐसे कमेंट करने से बचना चाहिए. ऐसे में आप क्या बोलना चाहेंगे. आपको क्या लगता है कि बॉलीवुड को बॉयकॉट करने वालों का असर कम होगा. लोग उनके मैसेज को गंभीरता से लेंगे, क्योंकि इससे पहले इतने बड़े नेता ने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.
डायरेक्टर ने दिया ये जवाब
अनुराग कश्यप ने इस सवाल के जवाब में कहा, 'ये वो चार साल पहले कहते तो मुझे लगता है असर होता. अब मुझे नहीं लगता कि इस बात का कोई असर होगा. अब चीजें हाथ से ज्यादा आगे निकली हुई हैं. मतलब ऐसा नहीं है कि अभी कोई किसी को सुनेगा. जब आप पक्षपात और नफरत को सशक्त करते हो अपनी चुप्पी से... अब वो इतनी ज्यादा सशक्त हो चुकी हैं कि मॉब बाहर निकल चुका है.'
बॉलीवुड में बॉयकॉट का ट्रेंड लंबे समय से देखने मिल रहा है. शाहरुख खान और सलमान खान के अलावा आमिर खान और अक्षय कुमार भी इस ट्रेंड का शिकार हुए हैं. बॉलीवुड के कई सेलेब्स को इस ट्रेंड के चलते नुकसान उठाना पड़ा है. इतना ही नहीं, उनपर अलग-अलग इल्जाम भी सोशल मीडिया यूजर्स लगाते हैं.
अनुराग कश्यप की बात करेंं तो वो पहले भी राजनीतिक मुद्दों और बॉलीवुड पर बयान दे चुके हैं. नरेंद्र मोदी को लेकर भी कई ऐसी बातें उन्होंने कही हैं जिन्हें लेकर विवाद हुआ है. फिल्मों की बात करें तो उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर, ब्लैक फ्राइडे, अगली, दोबारा संग अन्य फिल्मों को बनाया है. अनुराग की नई फिल्म 'ऑल्मोस्ट प्यार विद डीजे मोहब्बत' में अलाया एफ काम कर रही हैं. ये फिल्म 3 फरवरी 2023 को रिलीज होगी.
'पठान' पर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी
शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म 'पठान' के सॉन्ग 'बेशर्म रंग' पर कॉन्ट्रोवर्सी चल रही हैं. मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दीपिका पादुकोण की 'भगवा बिकिनी' पर आपत्ति जताई थी. उनका कहना था कि ये लोगों की मानसिकता को दूषित करती है. इसके अलावा फिल्म में कुछ डायलॉग्स हैं, जिन्हें तुरंत प्रभाव से हटा देना चाहिए.
इसके बाद इस कॉन्ट्रोवर्सी में विश्व हिंदू परिषद, वीर शिवाजी समूह ने विरोध करते हुए अपनी नाराजगी जताई थी. बाद में मुस्लिम पक्ष और आरटीआई एक्टिविस्ट दानिश खान ने भी इस मामले में एंट्री ले ली थी. ये पूरा विवाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक भी पहुंच गया था.
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