500 रुपये के लिए प्रेमी ने बेचा, दर्दभरी है गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी

माना जाता है कि गंगूबाई, गुजरात के काठियावाड़ की रहने वाली थीं, इसीलिए उन्हें गंगूबाई काठियावाड़ी कहा जाता था. उनका असली नाम गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी था.

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आलिया भट्ट आलिया भट्ट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 12:06 PM IST

संजयलीला भंसाली की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी को लेकर लंबे समय से चर्चा थी. फिल्म में आलिया भट्ट इस फिल्म में लीड रोल में हैं. वो गंगूबाई काठियावाड़ी का किरदार निभा रही हैं. फिल्म का टीजर रिलीज किया जा चुका है. मूवी में आलिया के रोल को काफी चर्चा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कौन थीं गंगूबाई काठियावाड़ी...

कौन थीं गंगूबाई काठियावाड़ी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गंगूबाई, गुजरात के काठियावाड़ की रहने वाली थीं. और इसी वजह से उनका नाम गंगूबाई काठियावाड़ी पड़ा था. उनका असली नाम गंगा हरजीवनदास काठियावाड़ी था. गंगूबाई की जिंदगी की फिल्म की कहानी से कम नहीं रही.

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16 साल की उम्र में हुआ प्यार

गंगूबाई को 16 साल की उम्र में प्यार हो गया था. वो अपने पिता के अकाउंटेंट से प्यार करने लगी थीं. वो उस लड़के संग शादी कर मुंबई भाग आई थीं. गंगूबाई हमेशा से एक्ट्रेस बनना चाहती थीं और आशा पारेख और हेमा मालिनी जैसी अभिनेत्रियों की बड़ी फैन थीं. लेकिन उनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया. उनका पति धोखेबाज निकला और उनसे गंगूबाई को मुंबई के कमाठीपुरा के रेड लाइट इलाके में स्थित एक कोठे पर 500 रुपये में बेच दिया.  

करीमा लाला की राखी बहन थीं गंगूबाई
हुसैन जैदी की किताब के अनुसार माफिया डॉन करीम लाला की गैंग के एक आदमी ने गंगूबाई का रेप किया था. इसके बाद गंगूबाई ने करीम लाला से मुलाकात की थी और उनसे न्याय मांगा था. इतना ही नहीं गंगूबाई ने करीम को राखी बांध अपना भाई भी बना लिया था. आगे चलकर वे मुंबई की सबसे बड़ी फीमेल डॉन में से एक बनीं.   

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बता दें कि गंगूबाई मुंबई के कमाठीपुरा रेड लाइट इलाके में कई कोठे भी चलाती थीं. कहा जाता है कि किसी भी लड़की की मर्जी के बिना गंगूबाई उसे अपने कोठे पर नहीं रखती थीं. उन्होंने अपनी पावर का इस्तेमाल वैश्याओं को उनका अधिकार दिलाने और सशक्त करने में किया था.  


बता दें कि फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी किताब 'द माफिया क्वीन ऑफ मुंबई' पर आधारित है. इस किताब का लेखन हुसैन जैदी ने लिखा है. 

 

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