बसपा ने सीमा कुशवाहा को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया, निर्भया केस से है कनेक्शन

सीमा कुशवाह के बसपा ज्वाइन करने के बाद सतीश चंद्र मिश्रा ने ट्वीट में लिखा था, बहुजन समाज में जन्मे सभी पूज्य संत व महापुरुषों एवं आदरणीय बहन मायावती के विचारों से प्रेरित होकर, महिलाओं को न्याय दिलाने व उनके अधिकारों के लिए सदैव संघर्ष करने वाली सीमा कुशवाहा ने बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ली. 

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मायावती के साथ सीमा कुश्वाहा. -फाइल फोटो मायावती के साथ सीमा कुश्वाहा. -फाइल फोटो

संतोष शर्मा

  • लखनऊ,
  • 03 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST
  • 20 जनवरी को सीमा कुशवाहा ने ली थी बसपा की सदस्यता
  • इटावा की रहने वाली हैं सीमा कुशवाहा

बहुजन समाज पार्टी ने निर्भया केस की वकील रही सीमा कुशवाहा को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की ओर से जारी एक लेटर में कहा गया है कि पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने पार्टी का पक्ष रखने के लिए सीमा कुशवाहा को बसपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है. बता दें कि 20 जनवरी को सीमा कुशवाहा बसपा में शामिल हुईं थीं. सतीश चंद्र मिश्रा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. तब संभावना जताई जा रही थी कि सीमा किसी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकतीं हैं.

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सीमा कुशवाहा उत्तर प्रदेश के इटावा की रहने वाली हैं. वे दिल्ली के निर्भया मामले में पीड़ित पक्ष की वकील थीं और उन्होंने कानून लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया. महिला अधिकारों की मुखर वकालत करने वाली कुशवाहा ने निर्भया मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी कर पीड़ित पक्षकार को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई थीं.

सीमा कुशवाहा तेज तर्रार महिला वकील होने के साथ-साथ जन सेवा की भावनाएं भी रखती हैं. पश्चिम यूपी, इटावा, बुंदेलखंड क्षेत्र में मौर्य, शाक्य, कुशवाहा समाज में अच्छी पकड़ रखती हैं. सीमा कुशवाहा को आगे महिला सम्मलेन जैसी जिम्मेदारियां भी पार्टी की तरफ मिल सकती हैं.

सीमा का पहला केस था निर्भया गैंगरेप

राजधानी दिल्ली में 2012 में जब निर्भया गैंगरेप की वारदात हुई, उस वक्त सीमा कुशवाहा की ट्रेनिंग चल रही थी. इस घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही सीमा कुशवाहा ने तय कर लिया था कि वह ये केस लड़ेंगी. ये सीमा कुशवाहा के जीवन का पहला केस था.

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7 चरणों में होंगे यूपी विधानसभा चुनाव

यूपी में सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. यूपी में पहले चरण का चुनाव 10 फरवरी को होगा, जिसमें कुल 58 सीटों पर मतदान किया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा, जिसमें राज्य की 55 सीटों पर वोटिंग होगी, तीसरे चरण में 20 फरवरी को 59 सीटों पर मतदान होगा, चौथे चरण में 23 फरवरी को 60 सीटों पर मतदान, पांचवें चरण में 27 फरवरी को 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 57 सीटों और सातवें फेज में 7 मार्च को 54 सीटों पर मतदान होगा.

 

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