बिहार की 4 सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं. इस बीच जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बेलागंज सीट से पूर्व MLC मनोरमा देवी को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि चर्चा चल रही थी कि इस सीट से उनके बेटे रॉकी यादव को भी प्रत्याशी बनाया जा सकता है, लेकिन हाल ही में हुई ईडी रेड और उनके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए रॉकी यादव को उम्मीदवार नहीं बनाया गया.
मनोरमा देवी को प्रत्याशी बनाये जाने के ऐलान से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार शाम थोड़ी देर के लिए जेडीयू प्रदेश कार्यालय पहुंचे. उनके साथ जेडीयू के सीनियर लीडर और मंत्री विजय कुमार चौधरी भी थे. इस दौरान नीतीश ने पार्टी दफ्तर में मौजूद नेताओं से मुलाकात की. थोड़ी देर तक रुकने के बाद नीतीश वहां से रवाना हो गए.
बता दें कि रविवार दोपहर ही एनडीए के नेताओं की एक बैठक भी हुई थी. बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा और बीजेपी के साथ-साथ हम, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता भी शामिल हुए थे.
इन 4 सीटों पर होना है उपचुनाव
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल ने बेलागंज से विश्वनाथ यादव को उम्मीदवार बनाया है. विश्वनाथ यादव सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे हैं. दरअसल, 13 नवंबर को बिहार की बेलागंज, इमामगंज, रामगढ़ और तरारी सीट पर उपचुनाव होने हैं.
कौन कितनी सीट पर लड़ रहा?
उपचुनाव में महागठबंधन की ओर से 3 सीट पर आरजेडी तो एक पर भाकपा (माले) चुनाव लड़ेगी. वहीं, एनडीए से बीजेपी 2, जेडीयू और हम 1-1 सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं. प्रशांत किशोर की नई नवेली पार्टी जनसुराज इस उपचुनाव में चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है.
चार सीटों पर उपचुनाव क्यों?
लोकसभा चुनाव में बिहार के चार विधायक सुदामा प्रसाद, सुधाकर सिंह, सुरेंद्र यादव और जीतन राम मांझी सांसद चुन लिए गए हैं, जिसके बाद इन सीटों पर उपचुनाव करवाए जा रहे हैं. सुदामा प्रसाद तरारी से विधायक हुआ करते थे. सुधाकर सिंह रामगढ़, सुरेंद्र यादव बेलागंज और जीतन राम मांझी इमामगंज से विधायक थे.अब इस उपचुनाव में एक तरफ महागठबंधन अपनी तीन सीट जीतने के अलावा चौथी सीट भी जीत कर अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करेगी, तो दूसरी तरफ एनडीए गठबंधन भी एक से ज्यादा सीट जीतकर अपनी संख्या बढ़ाने की कोशिश करेगी.
शशि भूषण कुमार