बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से मुस्लिम प्रत्याशी अतहर जमाल लारी को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है. माना जा रहा है कि यहां से बसपा द्वारा मुस्लिम प्रत्याशी उतारने से 'इंडिया' गठबंधन को झटका लग सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि 'इंडिया' गठबंधन के उम्मीदवार अजय राय को वाराणसी लोकसभा सीट के तहत 3 लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाताओं से काफी उम्मीद है, लेकिन बसपा के मुस्लिम उम्मीदवार के उतर जाने के बाद से अब ऐसा लग रहा है कि मुस्लिम वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी हो जाएगी.
'आज तक' से खास बातचीत में वाराणसी लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के घोषित उम्मीदवार अतहर जमाल लारी ने बीते दिनों माफिया मुख्तार अंसारी की मौत को हत्या बताते हुए बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता अजय राय को नसीहत भी दी.
अतहर जमाल लारी ने कहा कि इस बार वो सामाजिक न्याय, जातिगत जनगणना, गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय के मुद्दे उठाएंगे. बीजेपी सिर्फ जुमलेबाजी कर रही है. उन्होंने कहा कि जहां तक स्थानीय मुद्दों की बात है तो बनारस का किसान और बुनकर सबसे ऊपर है. बनारस के बुनकरों की हालत बहुत खराब है.
अजय राय मेरा समर्थन कर दें: बसपा प्रत्याशी
बसपा प्रत्याशी अतहर जमाल से जब पूछा गया कि चुनावी लड़ाई सीधे किससे होनी है तो उन्होंने कहा कि उनकी सीधी लड़ाई पीएम मोदी से है. अजय राज के सवाल पर उन्होंने कहा कि अजय राय की जमानत जब्त हो जाएगी. इसलिए वे मेरा समर्थन कर दें.
वहीं, मुस्लिम मतदाताओं के सवाल का जवाब में बसपा प्रत्याशी ने कहा कि 2004 में मुस्लिम मतदाता बनारस में धोखा खा चुका है और रोया भी था. वह मुस्लिम मतदाता आज देख रहा है कि अगर लड़ाई लड़ने वाला कोई है तो वह अतहर जमाल लारी है. अगड़ा-पिछड़ा, दलित सभी हमारे साथ हैं.
टिकट के लालच में समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर बसपा ज्वाइन करने के सवाल पर अतहर जमाल लारी ने बताया कि ऐसी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी जेल में मारा गया है यह भी एक बड़ा कारण है. बहुत सारी घटनाएं घटित हो रही हैं. इसकी वजह से वह समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर बसपा में शामिल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि उनके चुनाव लड़ने के पीछे एक बड़ी वजह मुख्तार अंसारी की मौत है, मुख्तार कहते रह गए कि उनको जहर दिया जा रहा है लेकिन किसी ने नहीं सुनी. अतहर जमाल ने यह भी कहा कि इन मुद्दों को खुले मंच से बोलने से उन्हें कोई गुरेज नहीं है. बकौल अतहर- मैं मुख्तार अंसारी की पार्टी से चुनाव भी लड़ चुका हूं और उनकी पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुका हूं.
रोशन जायसवाल