सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज (12 अप्रैल) यूपी के सहारनपुर और कैराना में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए माफिया अतीक अहमद का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि प्रयागराज का एक माफिया, पिछड़ी जाति के व्यक्ति की हत्या करने वाला कैसे लोगों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लेता था. लेकिन हमने उस माफिया की कब्जाई प्रॉपर्टी को जप्त करके उसपर गरीबों के लिए मकान बना दिए, फिर उन मकानों को गरीबों को बांटा भी.
सीएम योगी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों ने उस वक्त मुझसे कहा था कि ये तो बहुत बड़ा माफिया है. तब मैंने भी उनसे कहा कि देखता हूं कितना बड़ा माफिया है, ये तो समय बताएगा. फिलहाल तो माफिया की अवैध जमीन को जब्त कर उस पर गरीबों के लिए मकान बनवाऊंगा और फिर उसे देने भी जाऊंगा.
उन्होंने आगे कहा कि पहले ये गुंडे-माफिया छोटी-छोटी बात पर दंगा करते थे, फसाद करते थे. लेकिन अब ये सब करना भूल गए हैं. क्योंकि यूपी में दंगा करने वाले गुंडों को उल्टा लटका दिया जाता है और नीचे से मिर्च का छौंक लगा दिया जाता है. बहन-बेटी या व्यापारी से बदसलूकी करने वालों के साथ क्या होता है ये आपको पता ही है. अगले चौराहे पर यमराज उनका इंतजार कर रहे होते हैं. कुछ मफिया जेल में हैं, कुछ जहन्नुम में. और कुछ ऊपर जाने की तैयारी में.
वहीं, कैराना में सीएम योगी ने कहा कि दंगा करने और कर्फ्यू लगाने वालों की गर्मी को शांत करके आपको एक शांत व शुद्ध वातावरण दिया है. उनको फिर से पनपने का अवसर मत दीजिए. अब शान से काँवड़ यात्रा निकालिए, कोई रोक-टोक नहीं है. सहारनपुर और कैराना में अब विकास हो रहा है. यहां दंगा नहीं है, कर्फ्यू नहीं है, भय और दहशत भी नहीं है. क्षेत्र की जनता-जनार्दन 'मोदी की गारंटी' के साथ है.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक तरफ भारत के सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने वाली भारतीय जनता पार्टी है और दूसरी तरफ भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली कांग्रेस एवं उसके नेतृत्व वाले 'इंडी' गठबंधन में जुड़े सपा और अन्य दल हैं. आप फर्क महसूस कीजिए, ये जो कालनेमि के नाम पर आएंगे, उनका विश्वास मत करिए, क्योंकि जिन लोगों ने स्वाभिमान और सम्मान को रौंदने का काम किया है, वो कभी आपके सम्मान को नहीं बढ़ा सकते.
बकौल सीएम योगी- सहारनपुर व कैराना का हर राष्ट्रभक्त कह रहा है कि 'जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे. चुनावों में ही सबको जाति नजर आती है, किसी को मत और मजहब नजर आता है लेकिन हम लोग चुनाव के दौरान भी और चुनाव के बाद भी संकट में खड़े दिखेंगे. कांग्रेस, सपा, बसपा सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं, कोई अलग नहीं है, ये वोटों के सौदागर हैं. चुनाव के समय दिखेंगे बाकी संकट के समय गायब हो जाएंगे.
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