बिहार की भूमि ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, चंपारण सत्याग्रह इसका एक प्रमुख उदाहरण है. इस आंदोलन ने खुदीराम बोस, प्रफुल्ल चाकी, राजेंद्र प्रसाद, अनुग्रह नारायण सिंह, श्री कृष्ण सिंह और बाबू जगजीवन राम जैसे नेताओं को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित किया. स्वतंत्रता के बाद, बिहार की राजनीति में सत्ता और जाति का संघर्ष प्रमुख हो गया.