जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में आर्टिकल 370 एक प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है. पूरा चुनाव इसके एक इर्द-गिर्द घूम रहा है. क्षेत्रीय पार्टियां आर्टिकल 370 के खात्मे के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला एक बार फिर से केंद्र पर निशाना साधा है और कहा कि भाजपा के इसे हटाने में कई साल लग गए, हमें भी इसको (370) वापस लाने में कुछ वक्त लगेगा.
फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे, जहां उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा के इसे हटाने में कई साल लगे, हमें भी इसको वापस लाने में कुछ समय लगेगा... इसे पहले उन्होंने अपने घोषणापत्र में भी आर्टिकल 370 का ज्रिक किया था.
साथ ही उन्होंने आईसी 814 अपहरण विवाद पर भी भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मसूद अजहर को किसने रिहा किया, मैंने उसका विरोध किया था. वही आज भी कश्मीर में आतंकवाद बढ़ने के लिए जिम्मेदार है.
'इतिहास हो गई है धारा 370'
वहीं, शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 इतिहास का हिस्सा बन चुका है और यह कभी वापस नहीं आएगा. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "मैं पूरे देश को यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि अनुच्छेद 370 इतिहास बन चुका है और यह कभी वापस नहीं आएगा."
सरकार के 10 वर्षों के कामकाज की सराहना करते हुए शाह ने कहा, "जब भी भारत और जम्मू-कश्मीर का इतिहास लिखा जाएगा, 2014 से 2024 के बीच की अवधि सुनहरे शब्दों में लिखी जाएगी."
तीन चरणों में होगा J-K विधानसभा चुनाव
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के खात्मे के लंबे अंतराल के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. केंद्र शासित प्रदेश में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में मतदान होगा. चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
मीर फरीद