युवा मोर्चा सम्मेलन के बाद अब डीएमके (DMK) एक बड़े महिला सम्मेलन की तैयारी में जुट गई है. ये सम्मेलन महिला मोर्चा सम्मेलन के नाम से आयोजित किया जाएगा. सम्मेलन तमिलनाडु के पल्लाडम में होगा, जिसकी अध्यक्षता डीएमके की उप महासचिव कनिमोझी करेंगी.
इस महिला सम्मेलन में 13 जिलों और 39 विधानसभा क्षेत्रों की महिलाओं को आमंत्रित किया गया है. पार्टी को उम्मीद है कि इसमें करीब डेढ़ लाख महिलाएं हिस्सा लेंगी. सम्मेलन के लिए 150 एकड़ में फैला बड़ा मैदान तैयार किया गया है. भीड़ को व्यवस्थित तरीके से संभालने के लिए जिलों के हिसाब से अलग-अलग रंग के पहचान पत्र जारी किए गए हैं. साथ ही पदाधिकारियों के लिए अलग बैठने की व्यवस्था की गई है. डीएमके इस सम्मेलन के जरिए ये दिखाना चाहती है कि वो इतनी बड़ी भीड़ को कैसे व्यवस्थित तरीके से संभाल सकती है.
महिलाओं की आवाजाही के लिए करीब 4000 बसों की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा कई विशेष सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिनमें स्तनपान कक्ष, 350 मोबाइल शौचालय, छोटे चिकित्सा केंद्र, समय-समय पर पानी की बोतलों का वितरण और सेनेटरी पैड्स की उपलब्धता शामिल है.
महिला मोर्चा सम्मेलन को लेकर कनिमोझी ने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इस महिला सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. हमें उम्मीद है कि करीब डेढ़ लाख महिलाएं इसमें शामिल होंगी. महिलाओं की सुरक्षित यात्रा और उनके घर सुरक्षित लौटने की पूरी व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि बैठक समय पर खत्म होनी चाहिए. बस, भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाओं का खास ध्यान रखा गया है, ताकि महिलाओं को किसी तरह की परेशानी न हो.
जब विपक्ष ने इस सम्मेलन को चुनाव से जोड़कर आलोचना की, तो कनिमोझी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि डीएमके ऐसी पार्टी नहीं है जो सिर्फ चुनाव के समय ही कार्यक्रम करती हो. हमारे नेता सिर्फ चुनाव के वक्त लोगों से मिलने वाले नहीं हैं. मुख्यमंत्री समेत सभी नेता लगातार लोगों से मिलते रहते हैं. सभी पार्टियां समय-समय पर सम्मेलन करती हैं. चुनाव से पहले महिला मोर्चा और युवा मोर्चा के सम्मेलन इसलिए किए जा रहे हैं ताकि उनसे संवाद किया जा सके.
गौरतलब है कि इस दौरान कनिमोझी निजी तौर पर भी मुश्किल दौर से गुजर रही हैं, क्योंकि उनकी मां अस्पताल में भर्ती हैं, इसके बावजूद वो सम्मेलन की तैयारियों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं.
प्रमोद माधव