UPSC Success Story: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2023 की परीक्षा में एक हजार 16 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है. झांसी के अनिकेत शांडिल्य ने पूरे देश में 12वीं रैंक (AIR) हासिल की है. झांसी के रहने वाले आदित्य ने पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है. यह आदित्य का पांचवा अटेंप्ट था. चार बाद असफलता का सामना किया लेकिन कभी भी हार नहीं मानी, हर बार कड़ी मेहनत से आगे बढ़ते रहे.
नौकरी छोड़कर की यूपीएससी CSE की तैयारी
अनिकेत एक मिडिल क्लास फैमिली से हैं. नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी शुरू करना उनके लिए बड़ा कदम था. अनिकेत ने बताया कि नौकरी छोड़ने के बाद वह जज्बे के साथ अपनी पढ़ाई करते रहे. उन्होंने कहा, 'पढ़ाई के दौरान जो कमियां रहा जाती थीं उन्हें पूरा करता था और उसी का परिणाम है कि आज पांचवें प्रयास में सफल हुआ हूं.
शेयर की खास प्रिपरेशन स्ट्रेटजी
अनिकेत बताते है कि यूपीएससी की परीक्षा पास करने में अखबारों में सीखने को बहुत कुछ मिलता था. उन्होंने कहा, रोज आधा घंटा ध्यान से अखबार पढ़ता था, अखबार पढ़ने से हर विषय की जानकारी हो जाती है, जिससे मुझे बहुत सहायता मिली. वह बताते है कि इस सफलता के पीछे मेरे गुरु और परिवार के लोगों और भगवान हैं.
पांचवे अंटेंप्ट में क्लियर की यूपीएससी सिविस सेवा परीक्षा
झांसी के महेन्द्रपुरी कॉलोनी के रहने वाले अनिकेत शांडिल्य ने 2018 में सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू की थी. अनिकेत वह चार अंटेप्ट दे चुके हैं, लेकिन चारों में असफल रहे थे. फेल होने के बाद भी अनिकेत ने अपनी तैयारी जारी रखी, अपनी कमियों को निकाला और उनपर काम करना शुरू किया. अपने पांचवे प्रयास में अनिकेत ने परीक्षा पास कर ली है. पिछले अंटेंप्ट में अनिकेत प्रीलिम्स परीक्षा तो पास कर लेते थे लेकिन मेन्स में पीछे रह जाते थे.
यूपीएससी के लिए छोड़ दी थी नौकरी
अनिकेत ने अपनी 10वीं कक्षा झांसी के सीकेसी एकेडमी से पूरी की है. दसवीं कक्षा में अनिकेत 93 फीसदी और 12वीं में 80 फीसदी अंक लेकर आए थे, इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने यूपी के नोएडा आए, यहां से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक पूरी की. ग्रेजुएशन के बाद आईबी में नौकरी भी की लेकिन उनके अंदर आईएएस बनने का सपना कायम था. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की. अनिकेत ने दिल्ली में रहकर बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी करके परीक्षा पास की है.
बेटे को टूटने नहीं दिया, हिम्मत बनाए रखी
अनिकेत के पिता ने बेटे की सफलता पर कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि आज मेरा लड़का पूरे देश मे 12वीं रैंक लेकर आया है. संघर्ष बहुत है, लेकिन हम लोगों ने उसका मनोबल बढ़ाया, पांचवा अटेम्प्ट था, लोग टेस्ट देते देते टूट जाते हैं, लेकिन हम लोगों ने हिम्मत बनाए रखी और आज रिजल्ट आपके सामने है.
अमित श्रीवास्तव