JEE Mains Result 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई-मेन 2024 परीक्षा जनवरी व अप्रैल महीने में आयोजित की थी. दोनों परीक्षाओं के उच्चतम एनटीए स्कोर के आधार पर कैंडिडेट्स की आल इंडिया रैंक जारी की गई है. इस बार 56 उम्मीदवारों ने जेईई मेन्स सेशन 2 में 100 परसेंटाइल हासिल किए हैं, जोकि पिछले साल की तुलना में 13 उम्मीदवार अधिक हैं. 56 में से 2 उम्मीदवार महिला वर्ग से हैं, और बाकी पुरुष वर्ग से हैं.
एलन करियर इंस्टीट्यूट के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई-मेन 2024 में दोनों सेशन मिलाकर 14 लाख 15 हजार 110 स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं, जबकि गत वर्ष में 11 लाख 12 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. पिछले वर्ष के मुकाबले करीब तीन लाख से अधिक कैंडिडेट्स ने इस साल एग्जाम दिया है.
2.5 लाख छात्र देंगे एडवांस्ड परीक्षा
जेईई-मेन के आधार पर पास किए गए ढाई लाख विद्यार्थियों ने एडवांस्ड परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया है, जिसमें सामान्य श्रेणी से 1 लाख 1 हजार 324, ईडब्ल्यूएस से 25029, ओबीसी से 67570, एससी से 37581 और एसटी के 18780 कैंडिडेट्स शामिल हैं. सामान्य श्रेणी की 7 डेसीमल में पर्सेन्टाइल कटऑफ 93.2362181, ईडब्ल्यूएस की 81.3266412, ओबीसी की 79.6757881, एससी की 60.0923182, एसटी की 46.6975840 पर्सेन्टाइल कटऑफ रही है.
एक्सपर्ट ने बताया कितनी रैंक पर मिल सकता है कौन-सा आईआईटी
एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि विद्यार्थी जिनकी ऑल इंडिया रैंक (AIR) 5 हजार से कम रहेगी उन्हें टॉप 5 एनआईटी तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, जयपुर, ट्रिपलआईटी इलाहाबाद की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है. जिन कैंडिडेट्स की आल इंडिया रैंक 5 से 10 हजार के मध्य है, उन्हें टॉप 5 आईआईटी कालीकट, सूरत, नागपुर, भोपाल, कुरुक्षेत्र, राउरकेला जैसे एनआईटी की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है.
वहीं, कैंडिडेट्स की रैंक 10 से 20 हजार तक आई है तो उन्हें जालंधर, जमशेदपुर, दिल्ली, गोवा, अगरतला, हमीरपुर, दुर्गापुर जैसे एनआईटी में कोर ब्रांच के साथ-साथ ट्रिपलआईटी ग्वालियर, जबलपुर, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़, बिट्स मिसरा और आईआईईएसटी शिवपुर, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी की कोर ब्रांच में एडमिशन मिल सकता है.
इसके अलावा जेईई में जिनकी ऑल इंडिया रैंक 20 से 30 हजार तक है, उन्हें टॉप 10 एनआईटी की अन्य ब्रांचों के अतिरिक्त पटना, रायपुर, सिल्चर, उत्तराखंड, श्रीनगर, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश जैसे एनआईटी की कोर ब्रांचों के साथ-साथ नए ट्रिपल आईटी जैसे तिरछी, नागपुर, पुणे, सूरत, भोपाल, वड़ोदरा, रांची, आदि में दाखिला मिल सकता है. इसके अलावा जिन कैंडिडेट्स की रैंक 30 से 60 हजार तक है, वे टॉप 20 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अलावा अन्य ब्रांचों व नॉर्थ ईस्ट के एनआईटी जैसे सिक्किम, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम में एडमिशन ले सकते हैं. हालांकि, रैक के आधार कॉलेज मिलने की संभावनाएं सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी कैटगरी में बदल सकती हैं.
स्टेट वाइज टॉपर में 79 स्टूडेंट्स
जेईई-मेन के रिजल्ट में स्टेट वाइज टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है. इसमें 79 स्टूडेंट्स शामिल हैं. इसमें अंडमान निकोबार का एक, आंध्रप्रदेश के सात, अरुणाचल, असम, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दादरनागर हवेली, दमन व दीव, गोवा, केरला, लद्दाख, लक्ष्यदीप, मध्यप्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, झारखंड, ओडिशा, पुड्डूचेरी, सिक्किम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल के 1-1 विद्यार्थी, दिल्ली के 6, गुजरात, हरियाणा, पंजाब के 2-2, कर्नाटक के 3, महाराष्ट्र के 7, राजस्थान के 5, तेलंगाना के 19 विद्यार्थी शामिल हैं.
दो कैंडिडेट्स के एक जैसे अंक आने पर ऐसे तय होती है रैंक
अमित आहूजा ने आगे बताया कि अगर दो कैंडिडेट्स का स्कोर एक जैसा आता है तो रिजल्ट बनाते वक्त उनके मैथ्स स्कोर को ध्यान में रखते हुए रैंक दी जाती है. यह भी समान होने पर फिजिक्स, इसके बाद कैमेस्ट्री का एनटीए स्कोर, फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाता है. अगर यह भी एक जैसा निकलता है तो अन्य विषयों के सही और गलत उत्तर गिने जाते हैं.
चेतन गुर्जर