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UPSC की तैयारी के दौरान टॉपर से हुई थी गलती, शेयर की ये बातें

aajtak.in
  • 10 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 6:22 PM IST
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रामजस कॉलेज से B.Com ऑनर्स करने वाले प्रियांक किशोर ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (DSE) से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है. यहां लाइब्रेरी सुविधा ने उन्हें बेहतर तैयारी करने में मदद की. उन्होंने बताया की यूपीएससी परीक्षा देने की प्रेरणा पिता जी से मिली थी.

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की थी ये गलतियां

यूपीएससी परीक्षा में तैयारी के दौरान प्रियांक ने जो गलतियां की उनके बारे में बताते हुए कहा "मैंने जो गलतियां की, उनमें से एक निबंध की तैयारी में थी. जिसकी तैयारी में मैंने कमी की थी".

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उन्होंने बताया कि परीक्षा से पहले निबंध लिखने की तैयारी की थी, लेकिन मैं इसके लिए किसी भी टेस्ट सीरीज में शामिल नहीं हुआ था. जिसका सीधा असर मेरे निबंध लेखन पर पड़ा.


साथ ही उन्होंने बताया कि टेस्ट सीरीज में शामिल न होने के बावजूद मैंने अक्सर निबंधों पर मूल्यांकन करने और प्रतिक्रिया देने के लिए दोस्तों और साथियों की मदद ली. जिनकी सलाह से निबंध और बेहतर हो पाए.

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प्रियांक ने बताया कि परीक्षा की उत्तर पुस्तिका में जो स्पेस दिया जाता था उसमें कम से कम 150 शब्द लिखने होते थे. जो मुझे लिखना मुश्किल लगा. ये मेरे लिए चुनौती थी. मैं उत्तर पुस्तिका में लगभग 135 से 140 शब्दों ही लिख पाता था. यह देखते हुए कि मैं आमतौर पर एक बड़े फॉन्ट में लिखता था.

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उन्होंने कहा हर परीक्षार्थी का परीक्षा को लिखने का अपना एक तरीका होता है. अपनी उत्तर पद्धति को शेयर करते हुए बताया कि "मैंने सुनिश्चित किया कि परिचय (introduction) और निष्कर्ष (conclusion) पैराग्राफ के रूप में लिखे जाए. वहीं उत्तर का मुख्य भाग बुलेट प्वॉइंट्स में लिखे जाएं. इससे मुझे इस बात पर नजर रखने में मदद मिली कि मैं क्या लिख ​​रहा था. साथ ही मैं जानता था. मेरे ऐसे लिखने पर एग्जामिनर को पढ़ने में भी आसानी होगी.

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अगर किसी परीक्षार्थी को ये लगता है कि उत्तर देने में उनके पास पर्याप्त कंटेंट नहीं तो इस स्थिति में उन्हें बुलेट प्वाइंट्स देने से बचना चाहिए. इसका इस्तेमाल  केवल तभी करें जब आपके पास पर्याप्त कंटेंट हो, अन्यथा आपके उत्तर में कमी होने पर ये बात एग्जामिनर को निराश कर सकती है.


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निबंध के बारे में खास रूप से बोलते हुए, प्रियांक कहते हैं, "मैं सभी उम्मीदवारों को सुझाव देता हूं कि कम से कम 15 से 20 निबंधों के ड्राफ्ट तैयार करें. वहीं निबंध कैसा होना चाहिए उसका नक्शा मन में तैयार रखें. जो महत्वपूर्ण फैक्ट्स शामिल हो. जिन विषयों की आपको पहले से तैयारी करने की जरूरत है, उनका अंदाजा लगाने के लिए आप निबंध की  Mrunals लिस्ट पर जा सकते हैं. जहां आपको निबंध लिखने के नए-नए आइडिया मिलेंगे."

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बता दें, प्रियांक ने यूपीएससी परीक्षा के लिए कॉमर्स और एकाउंटेंसी को अपने विकल्पों के रूप में चुना था. क्योंकि ये दोनों विषय उनके पास ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान थे. उन्होंने सलाह दी कि यदि कोई यूपीएससी के लिए ये विषय चुनता है तो वह इनका चयन तभी करें जब वह या तो सीए परीक्षा के लिए उपस्थित हुए हों या फिर ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएशन में ये सब्जेक्ट पढ़ें हों.

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उन्होंने कहा अगर इस परीक्षा में सफल होना है तो अपने इमोशनल व्यवहार पर सबसे अधिक काम करने की जरूरत है, उन्होंने कहा यूपीएससी की परीक्षा धैर्य और दृढ़ता का खेल है. ऐसे में माइंड मैप्स, क्रिस्प नोट्स और लगातार अपने करंट अफेयर्स को अपडेट करना काफी हद तक मदद करता है. इसके अतिरिक्त, स्पष्ट लेखन को सीखना, निबंध और उत्तर लिखने का प्रयास करते रहना आपकी रैंक में सुधार ले सकता है. साथ ही यही तरीका आपको इंटरव्यू तक पहुंचा सकता है.


(सभी तस्वीरें प्रियांक किशोर के फेसबुक से ली गई है)

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